Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 15:44
इस्लामाबाद : विदेश मंत्री हीना रब्बानी खार ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान विफल रहता है तो इसके लिए अमेरिका जिम्मेदार होगा। यह बयान अमेरिकी सांसदों द्वारा इस्लामाबाद को 70 करोड़ डॉलर की सहायता रोकने के संबंध में उठाए गए कदम के परिप्रेक्ष्य में आया है।
टेलीविजन चैनलों के अनुसार खार ने यहां कहा कि अगर आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान विफल रहता है या कोई समस्या पैदा होती है तो इसके लिए अमेरिका जिम्मेदार होगा। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति को जानकारी देने के दौरान यह टिप्पणी की। यह बैठक पाकिस्तान-अमेरिका के संबंधों की समीक्षा के मुद्दे पर चर्चा के लिए हुई थी।
खार ने कहा कि अमेरिका के साथ पाकिस्तान का संबंध ठहर गया है और अगर संसद अनुमति देती है तो यह आगे बढ़ेगा।
उन्होंने अमेरिका के साथ दो औपचारिक समझौतों पर संसदीय समिति को जानकारी दी। इसमें एक समझौता नाटो रसद आपूर्ति मार्गों और दूसरा रक्षा सहयोग के संबंध में है। उन्होंने समिति से कहा कि अमेरिका के साथ राजनैतिक, खुफिया और सैन्य सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा की जा रही है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पाकिस्तान को 70 करोड़ डॉलर की सहायता को रोकने संबंधी कानून को पारित किया था और सीनेट के इस कदम पर इस हफ्ते मतदान करने की उम्मीद है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, December 15, 2011, 21:14