Last Updated: Saturday, September 24, 2011, 16:40
सना : रियाद में महीनों उपचार कराने के बाद राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के देश लौटने और शांति की अपील करने के बावजूद यमन की राजधानी सना में पिछले 24 घंटे से हिंसा जारी है जिसमें कुल 40 लोगों की मौत हो गई. एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने बताया कि शनिवार को हुई हिंसा में 40 लोगों की मौत हो गई और यह हिंसा चेंज स्क्वायर सहित सना और आसपास के कई इलाकों में फैल गई थी.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राजधानी में बंदूकों की गरज के बीच हजारों प्रदर्शनकारी चेंज स्क्वायर पर जमा हुए और विशाल प्रदर्शन किया. सना के एक निवासी ने कहा, ‘हमारे सोने से लेकर जागने तक गोलीबारी की आवाज आती रही.’ शहर के मध्य इलाके में प्रतिद्वंद्वी सैन्य इकाइयों में भीषण संघर्ष जारी है. सालेह के बेटे अहमद के नेतृत्व में रिपब्लिकन गार्ड के जवान जनरल अली मोहसीन अल अहमद के नेतृत्व वाले फर्स्ट आर्म्ड ब्रिगेड के असंतुष्ट सैनिकों से पिछले एक हफ्ते से संघषर्रत हैं. फर्स्ट आर्म्ड ब्रिगेड के जवान मार्च महीने से ही चेंज स्क्वायर पर सत्ता विरोधी प्रदर्शनकारियों की रक्षा कर रहे हैं.
सुरक्षा बल सना के पूर्वी इलाके अल हसाबा जिले में असंतुष्ट कबायली प्रमुख शेख सादिक अल अहमद के समर्थकों से भी लड़ रहे हैं. संघर्ष के कारण रविवार से अब तक 132 लोग मारे गये हैं. यह आंकड़ा चिकित्सकों, कबायलियों और विपक्षी सूत्रों से दी गई जानकारी पर आधारित है. सरकार संवाद समिति साबा ने कहा कि सालेह के 24 सैनिक भी संघर्ष में मारे गये हैं. सालेह के वफादार सैनिकों ने शुक्रवार की मध्य रात्रि के बाद भड़की हिंसा में चेंज स्क्वायर पर गोलीबारी कर कम से कम 17 लोगों को मार डाला.
(एजेंसी)
First Published: Saturday, September 24, 2011, 22:10