Last Updated: Friday, September 9, 2011, 13:36
एजेंसी. इटली में दूध के व्यवसाय में भारतीय मूल के सिखों का वर्चस्व है. इन्हीं के वजह से यहां दूध का करोबार चमक गया हैं. अगर ये समुदाय हड़ताल
कर दे तो यहां इस कामकाज पर गहरा असर पड़ सकता है.
इटली के मूल युवा गाय भैंस की देखभाल के लिए मेहनताना और मशक्कत से दूर ही रहना पसंद करते हैं और इसी वजह से यहां आने वाले सिखों और पंजाबी समुदाय के लोगों के लिए यह वरदान साबित हुआ है.
सिखों के लिए इस काम में कुछ ऐसा नहीं था जिसके लिए उन्हें अलग से कुछ सीखना पडता. हिन्दुस्तानी मिट्टी से जुड़ा हर शख्स यह काम बखूबी जानता है और इसकी वजह से धीरे- धीरे इटली के इस व्यवसाय पर उनका कब्जा होने लगा. न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर के अनुसार इटली के सबसे बड़े कृषि संगठन से जुडे एक बड़े अधिकारी ने माना कि अगर हिन्दुस्तानी कामगार हड़ताल पर चले जाएं तो यहां बहुत मुश्किल हालात बन सकता है.
पशु और खेती के देखभाल के लिए उनसे बेहतर और कोई नहीं है और यह समुदाय हर साल दस लाख टन दूध पैदा करता है. यह मात्रा पूरी इटली की करीब 10 प्रतिशत है. प्रवासी भारतीय समुदाय की एक पूरी पीढ़ी इस काम को पूरी तरह अपना चुकी है और किसी दूसरे कार्य में मन नहीं लगा रही.
First Published: Friday, September 9, 2011, 19:06