Last Updated: Friday, February 17, 2012, 10:23
वॉशिंगटन : अमेरिका में भारत की राजदूत निरुपमा राव ने ईरान मसले के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद जताते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आगाह किया है कि युद्ध की बातों से कोई हल नहीं निकलेगा और इससे सिर्फ वैश्विक तालमेल बिगड़ेगा।
‘21वीं सदी में बदलते परिदृश्य में भारत की भूमिका’ विषय पर अपने संबोधन में राव ने बोस्टन में बुधवार को कहा, ‘युद्ध की बातों से कोई हल नहीं निकलेगा और इससे सिर्फ वैश्विक तालमेल बिगड़ेगा।’ राव ने कहा कि नजदीकी पड़ोसी और मध्य एशिया एवं अफगानिस्तान जाने के लिए भारत का एकमात्र जमीनी मार्ग होने के नाते ईरान के साथ संबंध उसके लिए मायने रखते हैं।
उन्होंने कहा, ‘ईरान से कच्चे तेल के आयात में गिरावट दर्ज किए जाने एवं हमारे कुल आयात के 10 फीसदी से भी कम होने के बावजूद ईरान से हमें हमारे तेल आयात का एक अहम हिस्सा मिलता है ।’’ राव ने कहा ‘‘हमारा मानना है कि हमारे परमाणु अप्रसार से जुड़े मकसद के बावजूद ईरान के साथ हमारे रिश्ते न तो उतार-चढ़ाव भरे हैं और न ही यह उन रिश्तों का विरोधाभासी है जो हमारे पश्चिम एशियाई मित्रों या अमेरिका के साथ हैं ।’
भारतीय राजदूत ने कहा कि नयी दिल्ली ने हमेशा से कहा है कि परमाणु कार्यक्रम से जुड़े सभी अहम मुद्दे सुलझाने के लिए ईरान को अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ सहयोग करना चाहिए। राव ने कहा, ‘हम यह मानते हैं कि शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए ईरान को परमाणु उर्जा का लाभ उठाने का अधिकार है। लेकिन, इस अधिकार का लाभ अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार ही उठाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘परमाणु अप्रसार संधि के प्रति जवाबदेह एक गैर-परमाणु हथियार संपन्न देश होने के नाते ईरान को पूरी पारदर्शिता से अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए। लेकिन, हम यह उम्मीद भी करते हैं कि ये मुद्दे शांतिपूर्ण तरीके से सुलझ जाएं।’
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 17, 2012, 20:54