Last Updated: Thursday, July 18, 2013, 18:35
ढाका : बांग्लादेशी अभियोजकों ने कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के एक अन्य वरिष्ठ नेता पर आज नरसंहार सहित युद्ध अपराध के छह आरोप लगाए। वर्ष 1971 में हुए देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नृशंसता के अपराध में कल ही जमात के दूसरे नंबर के नेता को मौत की सजा सुनायी गई।
अभियोजक ए.के.एम. सैफुल इस्लाम ने संवाददाताओं को बताया, ‘हमने जमात-ए-इस्लामी के सहायक महासचिव ए.टी.एम. अजहरूल इस्लाम के खिलाफ छह आरोप लगाए हैं। अदालत (अंतरराष्ट्रीय अपराध पंचाट) ने आरोपी के अभ्यारोपण पर आदेश के लिए 24 जुलाई की तारीख तय की है।’ इस्लाम फिलहाल हिरासत में है।
उन्होंने कहा कि अभियोजन पक्ष ने हत्याओं, नरसंहार, अपहरण, प्रताड़ना और बलात्कार, वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तान का पक्ष लेने जैसे विशेष आरोपों के मामले में सुनवायी करने की मांग की है। इस्लाम को पिछले वर्ष अगस्त में गिरफ्तार किया गया। उस दौरान जमात के एक दर्जन शीर्ष नेताओं और उसके तत्कालीन छात्र संगठन इस्लामिक छात्र संघ के नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया था। इन सभी को पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी का विरोध करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
इसी से संबंधित अन्य मामले में अंतरराष्ट्रीय अपराध पंचाट ने पश्चिमी फरीदपुर के एक शहर के भगोड़ा घोषित किए गए मेयर के खिलाफ वारंट जारी किया है ताकि युद्धअपराधों के मामले में उन्हें न्याय की जद में लाया जा सके। अभियोजन पक्ष के वकीलों ने बताया कि नगरकंडा के मेयर व मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेशी नेशनलिस्ट पार्टी के स्थानीय नेता जाहिद हुसैन खोकान एक स्वघोषित पाकिस्तानी सहयोगी थे क्योंकि वह कहा करते थे कि ‘मैं रजाकर (पाकिस्तानी सहयोगी) था, अभी भी हूं और रजाकर ही मरना चाहता हूं।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 18, 2013, 18:35