Last Updated: Thursday, March 22, 2012, 12:31
काबुल : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारी समझौते की गहन पड़ताल और इसके हर पहलू की सूक्ष्मता से निरीक्षण करेगी। अफगानिस्तान मिलिट्री अकादमी में एक समारोह के दौरान करजई ने दोहराया कि इस समझौते पर फिर विचारपूर्वक वार्ता से अफगान की संप्रभुता का सम्मान होगा। इस समझौते पर वार्ता से अमेरिकी सैनिकों के यहां रुकने पर कुछ नियम सामने आएंगे। करजई का मत है कि देश में ऑपरेट कर रहे अमेरिकी सैनिकों के ऊपर अधिक नियंत्रण हो।
उधर, राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व वाले सुरक्षा बलों के देश छोड़ने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय एक दशक तक अफगानिस्तान की सेना को प्रतिवर्ष चार अरब डॉलर की सहायता राशि देते रहेंगे। दूसरी ओर पश्चिम देशों के अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अभी अंतिम समझौता नहीं हुआ है।
काबुल स्थित सैन्य अकादमी में ‘ग्रैजुएशन डे’ पर करजई ने कहा कि यह तय है कि वर्ष 2014 के बाद अगले एक दशक अर्थात् वर्ष 2024 तक अमेरिका, यूरोपीय देशों और अन्य देशों समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान की सेना को प्रतिवर्ष 4.1 अरब डॉलर देगा। उन्होंने कहा कि यह राशि सेना ओर अन्य सुरक्षा बलों के लिए होगी। करजई ने कहा कि हम इससे सहमत हैं और इसे स्वीकार करते हैं। तालिबान उग्रवादियों के खिलाफ युद्ध में करजई के सहायक पश्चिमी देश नहीं चाहते हैं कि उनके अफगानिस्तान से हटने के बाद वहां गृह युद्ध आरंभ हो जाए।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 22, 2012, 21:02