Last Updated: Friday, November 18, 2011, 09:04
वाशिंगटन : अमेरिका के नए रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने एक बड़ी गड़बड़ी करते हुए भारत और चीन को उभरता हुआ खतरा बता दिया, लेकिन उनके कार्यालय ने तुरंत इस टिप्पणी में सुधार करते हुए कहा कि वाशिंगटन नई दिल्ली के साथ करीबी संबंधों को बहुत अहमियत देता है।
पेनेटा ने कनेक्टीकट में एक पोत कारखाने में अपने भाषण के दौरान कहा कि हम उभरती हुई शक्तियों चीन, भारत और अन्य से खतरे का सामना कर रहे हैं। हमें इस बारे में हमेशा सावधान रहना चाहिए और यह निश्चित करना चाहिए कि प्रशांत में हमेशा ही हमारे पास पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल है।
पेनेटा की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात के ठीक बाद आई है। दोनों देश के नेता न सिर्फ द्विपक्षीय बल्कि बहुपक्षीय स्तर पर भी अपने संबंध मजबूत करने के प्रति राजी हुए थे। पेंटागन प्रमुख ने ईरान, उत्तर कोरिया और साइबर हमलों को भी खतरा बताया।
सीआईए के पूर्व प्रमुख चीन और भारत को खतरा पैदा करने वाले मुल्कों की सूची में शामिल कर अमेरिका की जगजाहिर विदेश नीति के रूख से भटक गए जबकि, उन्होंने हाल ही में कहा था कि वह भारत का दौरा करने के इच्छुक हैं। पेंटागन के प्रेस सचिव जार्ज लिटिल ने पेनेटा की टिप्पणी को तुरंत स्पष्ट करते हुए कहा कि अमेरिका भारत के साथ करीबी संबंधों को बहुत अहमियत देता है और इसे एक ऐसे राष्ट्र के रूप में देखता है, जिसका प्रभाव और शक्ति बढ़ रही है।
पेंटागन के प्रवक्ता नौसेना कैप्टन जॉन किर्बी ने कहा कि पेनेटा के भाषण से यह निष्कर्ष निकालना गलत होगा कि भारत और चीन को अमेरिका एक खतरे के रूप में देखता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 18, 2011, 14:34