Last Updated: Thursday, May 30, 2013, 13:43

इस्लामाबाद : अमेरिकी ड्रोन हमले में पाकिस्तानी तालिबान के उप प्रमुख वलीउर रहमान की मौत से आगामी पीएमएल-एन सरकार की आतंकवादियों के साथ शांति बातचीत करने की योजना को झटका लग सकता है।
रहमान की मौत के संबंध में विस्तृत ब्यौरा सामने आ रहा है। सुरक्षा अधिकारियों और सूत्रों के हवाले से मीडिया में कहा जा रहा है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के शीर्ष नेता की एक ड्रोन हमले में मौत हो गयी। उत्तरी वजीरिस्तान एजेंसी के मुख्य शहर मीरानशाह से कुछ ही दूरी पर स्थित चश्मा पुल में एक परिसर पर किए गए हमले में रहमान की मौत हो गयी। अमेरिका ने रहमान पर 50 लाख डालर का इनाम रखा था। देश के उत्तर पश्चिम हिस्से के पत्रकारों ने ने कहा कि रहमान के करीबी सूत्रों ने उसकी मौत की पुष्टि की है।
हालांकि पाकिस्तान तालिबान प्रवक्ता इहसानुल्ला इहसान ने इन रिपोर्ट से इंकार किया है। रहमान और शीर्ष आतंकवादी कमांडर फखरे खान, नसीरूद्दीन और नसरूल्ला सहित छह लोगों की कल तड़के करीब तीन बजे किए गए हमले में मौत हो गयी थी।
फ्रंटियर पोस्ट ने खबर दी है कि रहमान के भाई की भी मौत हो गयी। अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान शूरा की एक बैठक में शामिल होने के लिए रहमान उस इलाके में था।
सूत्रों ने कहा कि नए घटनाक्रम से आगामी पीएमएल.एन सरकार की तालिबान के साथ शांति वार्ता शुरू करने की योजना प्रभावित हो सकती है। मध्यस्थों को उम्मीद थी कि अपेक्षाकृत उदार माने जाने वाले रहमान के जरिए वे आतंकवादियों से संपर्क स्थापित कर सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 30, 2013, 13:43