Last Updated: Saturday, December 17, 2011, 07:48
मास्को: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपनी तीन दिवसीय रूस यात्रा समाप्त करके शनिवारको स्वदेश रवाना हो गए।
डा. सिंह ने इस यात्रा के दौरान 12 वें वाषिर्क भारत-रूस सम्मेलन में हिस्सा लिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान देश के प्रमुख युद्धक विमान सुखोई, एमकेआई 30 के 42 और विमानों के संयुक्त उत्पादन में तकनीकी सहायता के लिए समझौते सहित पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए।
प्रधानमंत्री ने रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव के साथ बातचीत करने के साथ ही शुक्रवार को कुडनकुलम परमाणु उर्जा परियोजना को लेकर अनिश्चितता समाप्त करते हुए कहा कि प्रदर्शन से प्रभावित इस संयंत्र की पहली इकाई आगामी कुछ सप्ताह में क्रियाशील हो जाएगी लेकिन भारत और रूस ने तीसरे और चौथी इकाई के निर्माण के लिए किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किये।
दोनों देशों ने सुखोई के 42 और विमानों का संयुक्त रूप से उत्पादन में तकनीकी सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किये। यह समझौता उन पांच समझौतों में शामिल है जो डा. सिंह और मेद्वेदेव की मौजूदगी में किये गए।
इसके साथ ही भारत- रूस सामरिक साझेदारी पर एक संयुक्त बयान भी जारी किया गया। रूस ने इसके साथ ही विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी और शंघाई सहयोग संगठन में शामिल होने की उसकी आकांक्षाओं का भी समर्थन किया। वहीं प्रधानमंत्री ने रूस की डब्ल्यूटीओ में प्रवेश का स्वागत किया। मनमोहन सिंह ने अपनी बैठक के दौरान व्लादिमीर पुतिन को उनकी सत्ताधारी यूनाइटेड रशिया पार्टी के चार दिसम्बर को हुए संसदीय चुनाव में जीत दर्ज करने की बधाई दी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 17, 2011, 13:18