Last Updated: Friday, December 9, 2011, 12:30
मास्को : रूस में नए सिरे से संसदीय चुनाव कराने की मांग कर रहे विपक्षी दलों ने चेतावनी दी है कि वे मास्को की तर्ज पर राष्ट्रव्यापी जनसभाओं का आयोजन करेंगे। रूसी संसद के सदन स्टेट ड्यूमा के चुनावों में कथित धांधली के मद्देनजर इन दिनों विपक्षी दल प्रधानमंत्री ब्लादिमीर पुतिन और उनकी युनाइटेड रशिया पार्टी पर जमकर आरोप लगा रहे हैं।
मास्को में बोलोतनाया चौक पर करीब 30 हजार लोगों ने प्रदर्शन किया था। विपक्षी नेताओं का कहना है कि मास्को के अलावा 13 अन्य बड़े शहरों में भी विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। चुनाव में पुतिन की युनाइटेड रशिया पार्टी ने करीब 50 फीसदी सीटों पर कब्जा जमाया था, हालांकि पहले के मुकाबले रूसी संसद के निचले सदन में पुतिन की इस पार्टी की ताकत कम हुई है। रूस में लोग फेसबुक के जरिए भी अभियान चला रहे हैं। अब तक 50 हजार से अधिक रूसी नागरिक इस सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने की मंशा जाहिर कर चुके हैं।
मास्को के उप मेयर अलेक्जेंडर गोरबेनेको ने बताया, ‘मास्को में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने वालों ने भरोसा दिया था कि सुरक्षा के सभी मानदंडों का पालन किया जाएगा।’ रूस के विरोध प्रदर्शनों के कारण अमेरिका और मास्को के रिश्ते में भी इन दिनों खटास आ गई है। पुतिन ने अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पर सीधे तौर पर विरोध प्रदर्शनों को हवा देने का आरोप लगाया था।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 9, 2011, 18:00