Last Updated: Friday, September 20, 2013, 00:18

वाशिंगटन : ईरानी राष्ट्रपति के तौर पर अपनी पहली अमेरिका यात्रा से पहले हसन रोहानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा उन्हें लिखे गए पत्र की ‘सकारात्मक और रचनात्मक’ कहते हुए तारीफ की। उन्होंने कहा कि पश्चिम के साथ परमाणु संधि पर समझौता करने का ‘पूर्ण अधिकार’ मिलने पर वे आनंदित महसूस कर रहे हैं।
अपनी रचनात्मक सोच के कारण ‘कूटनीतिक शेख’ के नाम से पहचाने जाने वाले नरमपंथी धार्मिक नेता रोहानी ने इस बात का संकल्प लिया कि ईरान किसी भी स्थिति में परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश नहीं करेगा। ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें मिले पत्र में ओबामा ने उन्हें उनके चयन पर बधाई दी और कुछ मसलों पर अपनी बात रखी । रोहानी ने कहा कि उन्होंने इस पत्र का जवाब देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा उठाए गए मसलों के साथ-साथ कई अन्य मसलों पर भी पर ईरान की स्थिति की व्याख्या की।
जून में राष्ट्रपति कार्यालय के लिए चुने जाने के बाद अपनी पहली अमेरिकी यात्रा से पहले अमेरिकी टीवी चैनल एनबीसी न्यूज को साक्षात्कार देते हुए 64 वर्षीय नेता ने कहा कि ओबामा का पत्र ‘सकारात्मक और रचनात्मक’ था।
उन्होंने कहा, ‘एक महत्वपूर्ण भविष्य की ओर यह छोटा सा कदम हो सकता है। मेरा मानना है कि सभी देशों के नेताओं को अपने राष्ट्रीय हितों के बारे में सोचना चाहिए और उन्हें दबाव बनाने वाले कट्टरपंथी संगठनों से प्रभावित नहीं होना चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि भविष्य में हमें ऐसा ही माहौल देखने को मिलेगा।’ रोहानी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें सत्र में शामिल होने के लिए इस माह के अंत में अमेरिका जाएंगे। वहां वे उसी दिन विश्व के नेताओं को संबोधित करेंगे, जिस दिन ओबामा को संबोधित करना है। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 20, 2013, 00:18