Last Updated: Tuesday, March 12, 2013, 18:00

छाभर/ईरान : ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर नाराज अमेरिका के संभावित प्रतिबंधों के बावजूद ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद तथा पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने लंबे समय से अटकी पड़ी गैस पाइपलाइन परियोजना के पाकिस्तानी हिस्से के निर्माणकार्य का आज उद्घाटन कर दिया।
एक बड़े प्रतिनिधि मंडल के साथ ईरान आये जरदारी ने अहमदीनेजाद के साथ छाभर में इस परियोजना के पाकिस्तानी खंड के निर्माणकार्य की शुरुआत के मौके पर आयोजित कार्य्रकम में भाग लिया। छाभर शहर ईरान-पाकिस्तान सीमा पर है।
अब इस पाइपलाइन परियोजना के 781 किलोमीटर लंबे पाकिस्तानी खंड का काम शुरू होगा जिस पर 1.5 अरब डालर की लागत आएगी। ईरान इस परियोजना के लिए 50 करोड़ डालर का ऋण देगा। परियोजना का ईरान वाला खंड लगभग पूरा हो चुका है।
संवाद समिति इरना ने ईरान के तेल मंत्रालय के अधिकारियों से कहा है कि परियोजना के निर्माण में दो साल लगेंगे। दोनों देश के राष्ट्रपतियों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, इस परियोजना का पूरा होना दोनों देशों की उन्नति, सुरक्षा व शांति के हित में है। इससे दोनों देशों के आर्थिक, राजनीतिक व सुरक्षा संबंध और प्रगाढ होंगे। जरदारी की यह यात्रा अमेरिकी चेतावनी के बावजूद हुई है। अमेरिका चाहता था कि पाकिस्तान इस पाइपलाइन परियोजना को बंद कर दे और उसने पाकिस्तान की उर्जा जरूरतों के लिए वैकल्पिक समाधान भी दिया था।
भारत ने 2009 में सुरक्षा तथा लागत संबंधी चिंताओं के चलते इस परियोजना से हटने की घोषणा की थी। जरदारी ने इस अवसर पर परियोजना को पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान व ईरान की समृद्धि में अंतरसंबंध है और पाकिस्तान आत्मनिर्भर बनने के प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय क्षेत्रीय देशों की समस्याओं से अवगत नहीं है और उन्हें अनेक मुद्दों के उचित समाधान की जानकारी नहीं है।
अहमदीनेजाद ने इस अवसर पर कहा, यह ऐतिहासिक दिन है। गैस पाइपलाइन परियोजना के निर्माण की शुरआत एक बडे काम का आरंभ है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों को परियोजना में बाधा पहुंचाने का कोई अधिकार नहीं है। इस कार्य्रकम में अनेक विदेशी हस्तियां, मंत्री, सांसद तथा दोनों देशों के राजनेता मौजूद थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 11, 2013, 21:11