Last Updated: Tuesday, June 12, 2012, 10:13
वाशिंगटन : लीबियाई जिहादियों के एक समूह ने पिछले सप्ताह, लीबिया के मुख्य पूर्वी शहर बेनगाजी में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है।
जिहादियों की वेबसाइटों की निगरानी करने वाली अमेरिकी संस्था एसआईटीई ने कहा है कि जेल में बंद शेख उमर अब्दुल रहमान के लड़ाकों की ब्रिगेड ने एक बयान में कहा है कि यह हमला अलकायदा में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले अबू याहया अल लीबी की मौत का बदला लेने के लिए किया गया था। अल लीबी पाकिस्तान में किए गए एक ड्रोन हमले में मारा गया था।
एसआईटीई के अनुसार, ब्रिगेड ने यह भी कहा है कि छह जून को अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर किया गया हमला वास्तव में लीबियाई वायु क्षेत्र का इस्तेमाल अमेरिकी ड्रोनों के लिए किए जाने की प्रतिक्रिया था। इस बम हमले में एक व्यक्ति घायल हुआ था।
एसआईटीई ने बताया कि ब्रिगेड के मुताबिक, इसाइयों को निशाना बना कर वाणिज्य दूतावास की एक दीवार में विस्फोटक उपकरण लगाया गया था। बयान में यह भी कहा गया है कि समूह जल्द ही वाणिज्य दूतावास पर हमले के फुटेज जारी करेगा। इसी समूह ने मई में बेनगाजी स्थित अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस समिति के कार्यालयों पर हमले की जिम्मेदारी ली थी।
इस समूह का नाम अब्देल रहमान (73 वर्ष) के नाम पर रखा गया है जिसे न्यूयार्क में कुछ स्थानों पर विस्फोट करने तथा मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की हत्या की साजिश रचने के लिए उम्र कैद की सजा सुनाई गई है।
‘‘ब्लाइंड शेख’’ कहलाने वाले अब्देल रहमान को 1993 में विश्व व्यापार केंद्र पर पहले हमले के लिए उकसाने वालों में से एक माना जाता है। इस हमले में छह लोग मारे गए थे और एक हजार से अधिक घायल हुए थे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 12, 2012, 10:13