वार्टन इंडिया इकोनोमिक फोरम में मोदी का भाषण रद्द

वार्टन इंडिया इकोनोमिक फोरम में मोदी का भाषण रद्द

वार्टन इंडिया इकोनोमिक फोरम में मोदी का भाषण रद्दवाशिंगटन : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का इस माह के आखिर में प्रतिष्ठित वार्टन इंडिया इकोनोमिक फोरम में होने वाला मुख्य भाषण विभिन्न संबद्ध पक्षों के दबाव में आज रद्द कर दिया गया। फोरम ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘हम किसी राजनीतिक दृष्टिकोण पर मुहर नहीं लगाते और न ही हम किसी विशेष विचारधारा का समर्थन करते । एक टीम के तौर पर हमारा लक्ष्य केवल भारत के विकास की गाथा पर महत्वपूर्ण बातचीत को बढ़ावा देना है। ’’ मोदी को 22-23 मार्च को फिलडेल्फिया में होने वाले फोरम की बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य संबोधन देने के लिए न्यौता दिया गया था।

फोरम के बयान में कहा गया है, ‘‘फिलहाल जो स्थिति है, उस हिसाब से वार्टन इंडिया इकोनोमिक फोरम में श्री मोदी का मुख्य भाषण रद्द कर दिया गया है।’’ फोरम पेन्नसिलवानिया विश्वविद्यालय के वार्टन स्कूल द्वारा आयोजित छात्रों का भारत केंद्रित वाषिर्क सम्मेलन है।

वार्टन के कुछ प्रोफेसरों एवं छात्रों ने कड़े शब्दों में पत्र लिखकर कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत बुरा लगा कि फोरम ने मुख्य संबोधनकर्ता के तौर पर मोदी को न्यौता दिया है। पत्र में कहा गया है, ‘‘यह वही राजनेता हैं जिन्हें अमेरिका ने 18 मार्च, 2005 को इस आधार पर राजनयिक वीजा देने से इनकार कर दिया था कि बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने गुजरात में मुसलमानों को निशाने बनाने वाले दंगे को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। ’’ योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया 23 मार्च को फोरम को संबोधित कर सकते हैं। अपने बयान में फोरम ने कहा कि छात्रों का एक निकाय मोदी की विश्वसनीयता, सुशासन, विचाराधारा एवं नेतृत्व से प्रभावित है जो उन्हें निमंत्रित किये जाने की प्रमुख वजह थी।

बयान में कहा गया है, ‘‘लेकिन पेन्नीसलीवानिया विश्वविद्यालय में एक जिम्मेदार छात्र निकाय के रूप में हमें विभिन्न पक्षों पर पड़ने वाले असर को ध्यान में रखना चाहिए। हमारी टीम महसूस करती है कि पूर्व छात्रों, छात्र निकाय और हमारे समर्थकों के कुछ तबकों की संभावित प्रतिक्रिया श्रीमान् मोदी को असहज स्थिति में डाल सकती है जिसे हम किसी भी कीमत पर टालना चाहेंगे।’’ (एजंसी)

First Published: Sunday, March 3, 2013, 23:45

comments powered by Disqus