Last Updated: Monday, September 10, 2012, 19:26

बीजिंग : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ चीन के नेतृत्व के साथ बातचीत के लिए सोमवार को यहां पहुंच गए। उनकी यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत स्थित सामरिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण ग्वादर बंदरगाह के संचालन को चीन अपने हाथ में ले सकता है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने कहा कि बीजिंग अशरफ का स्वागत कर बेहद खुश है जो यूसुफ रजा गिलानी का स्थान लेने के बाद पहली बार यहां की यात्रा पर आए हैं।
अशरफ उन विदेशी नेताओं में से एक है जिन्हें चीन ने कल से बंदरगाह शहर तिआनजिन में शुरू हो रहे छठें ‘एन्युअल मीटिंग ऑफ न्यू चैंपियंस’ या ‘ग्रीष्म दावोस मंच’ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
इस बैठक का उद्घाटन चीन के प्रधानमंत्री वेन जिआबाओ करेंगे।
इससे पहले लेई ने कहा था कि वेन जिआबाओ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करेंगे और दोनों देशों के बीच परंपरागत मित्रता और ‘परस्पर सहयोग’ को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न कदमों पर चर्चा करेंगे।
अशरफ की यात्रा से ठीक पहले लेई ने इशारे में उस रिपोर्ट की पुष्टि की जिसमें कहा जा रहा था कि चीन 10 अरब डॉलर के निवेश के साथ बलूचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह का संचालन अपने हाथ में ले रहा है।
इससे पहले पाकिस्तान के जहाजरानी मंत्री बाबर खान गौरी ने इस बात की पुष्टि की थी कि सिंगापुर बंदरगाह प्राधिकरण के हटने के बाद चीन 10 अरब डॉलर के निवेश के साथ बंदरगाह के संचालन का काम अपने हाथ में ले सकता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 10, 2012, 19:26