Last Updated: Tuesday, July 2, 2013, 18:30

मास्को : अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के जासूसी कार्यक्रम का भंडाफोड़ करने वाले एडवर्ड स्नोडेन का किसी देश में शरण पाने के प्रयास को झटका लगा है क्योंकि रूस और कई यूरोपीय देशों का कहना है कि विदेश से किए जाने वाले आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
रूसी मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि स्नोडेन ने उस वक्त अपना आवेदन वापस ले लिया जब उन्हें मास्को की शर्तों के बारे में पता चला।
पुतिन ने कल कहा था कि स्नोडेन जब तक चाहें तब तक उन्हें शरण देने को तैयार है, लेकिन इस दौरान उन्हें अमेरिका के गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने का सिलसिला बंद रखना होगा।
इसके साथ ही पुतिन ने कहा था कि स्नोडेन को अमेरिका को सौंपने की उनकी कोई योजना नहीं है। स्नोडेन ने रूस के अलावा कई दूसरे देशों में आवेदन किया है। ऐसे देशों में शामिल जर्मनी, नार्वे, आस्ट्रिया, पोलैंड, फिनलैंड और स्विट्जरलैंड के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें इन देशों की सरजमीं से आवेदन करना चाहिए।
विकीलीक्स का कहना है कि इस तरह का आवेदन बोलिविया, ब्राजील, चीन, क्यूबा, इक्वाडोर, फ्रांस, आइसलैंड, भारत, इटली, आयरलैंड, नीदरलैंड, निकारागुआ, स्पेन और वेनेजुएला के पास किया गया है।
विकीलीक्स ने स्नोडेन के हवाले से एक बयान अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया है। उसके अनुसार एनएसए के इस पूर्व कांट्रैक्टर ने राष्ट्रपति बराक ओबाम पर नागरिकता को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
एनएसए के पूर्व कांट्रैक्टर स्नोडेन द्वारा दस्तावेज लीक किए जाने के बाद अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जासूसी कार्यक्रम का भंडाफोड़ हुआ था। माना जा रहा है कि इस खुलासे के बाद वह अमेरिका से भाग गए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 2, 2013, 18:30