Last Updated: Monday, June 18, 2012, 09:19

लॉस एंजिलिस : महत्वपूर्ण जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है और उम्मीद है कि विकसित एवं विकासशील देशों के एकजुट होने से दुनिया को इस संकट से निकालने की खातिर रचनात्मक प्रस्ताव मिलेंगे।
प्रधानमंत्री फ्रैंकफर्ट से 13 घंटे के हवाई सफर के बाद सातवें जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे। सैन जोस हवाईअड्डे पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘दुनिया गहरे संकट में है और मुझे उम्मीद है कि जी-20 इस संकट से दुनिया को निकालने के लिए रचनात्मक प्रस्ताव देगा।’ इसके बाद वह करीब 30 किमी दूर मैक्सिको के इस तटीय शहर की ओर रवाना हो गए।
भारत सहित कई देशों को प्रभावित करने की आशंका जगाती लगातार चरमरा रही वैश्विक अर्थव्यवस्था और यूरोजोन संकट की पृष्ठभूमि में दो दिवसीय जी-20 सम्मेलन होने जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए जी-20 को एक प्रमुख समूह बताते हुए सिंह ने कहा कि वह इस मित्र देश मैक्सिको में आ कर बहुत प्रसन्न हैं। जी-20 समूह का पहला एवं उद्घाटन सत्र वर्ष 2008 में वाशिंगटन में हुआ था और तब से अब तक संपन्न हो चुके पूर्व के सभी छह जी-20 सम्मेलनों में सिंह ने भाग लिया है।
पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने फोन पर प्रधानमंत्री से बातचीत में कहा था कि वह जी-20 सम्मेलन में सिंह से मिलने के लिए उत्सुक हैं और यूरोजोन के संकट के हल की खातिर एक समन्वित प्रतिक्रिया एवं वार्ता सत्रों के सफलतापूर्वक समापन के लिए काम करना चाहते हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 18, 2012, 09:19