वैश्विक मंच पर भारत, अमेरिका का भागीदार बनना तय: पेंटागन

वैश्विक मंच पर भारत, अमेरिका का भागीदार बनना तय: पेंटागन

वैश्विक मंच पर भारत, अमेरिका का भागीदार बनना तय: पेंटागनवाशिंगटन : अमेरिकी उप रक्षा मंत्री ऐश्टन कार्टर की सफल भारत यात्रा के खत्म होने के बाद पेंटागन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच समान मूल्यों और बहुत से मुद्दों पर समान दृष्टिकोण होने की वजह से उनका वैश्विक मंच पर भागीदार बनना तय है।

पेंटागन के प्रेस सचिव जॉर्ज लिटिल ने यहां कहा कि कार्टर ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, विदेश सचिव सुजाता सिंह और रक्षा सचिव राधाकृष्ण माथुर के साथ अपनी बैठकों में दोहराया था कि अमेरिका और भारत के बीच समान मूल्यों और बहुत सारे मुद्दों पर समान दृष्टिकोण की वजह से उनका वैश्विक मंच पर भागीदार बनना तय है।

गत 16 सितंबर से 18 सितंबर के बीच की अपनी भारत यात्रा में कार्टर ने भारतीय अधिकारियों के साथ वाशिंगटन में होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बैठक और दोनों देशों के बहुआयामी रक्षा संबंधों को मजबूत करने के कदमों पर चर्चा की। लिटिल ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान में जारी राजनीतिक एवं सुरक्षा बदलावों तथा क्षेत्रीय सुरक्षा के दूसरे मुद्दों, समान बहुपक्षीय मुद्दों, संयुक्त सैन्य अ5यासों और दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण एवं प्रगतिशील रक्षा व्यापार पर गहन चर्चा की।

लिटिल ने कहा कि कार्टर और भारतीय अधिकारियों ने अमेरिका और भारत द्वारा अपने-अपनी प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने एवं द्विपक्षीय रक्षा व्यापार को अधिक सक्रिय तथा प्रभावशाली बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इन बैठकों के अलावा उप रक्षा मंत्री कार्टर ने हिंडन वायुसेना स्टेशन का दौरा किया जहां भारतीय वायुसेना के पायलटों ने उन्हें भारत के सह निर्माण में बने सी-130जे और हाल में अमेरिका से प्राप्त हुए सी-17 (सैन्य विमानों) के बारे में जानकारी दी। पेंटागन के प्रेस सचिव ने कहा कि कार्टर ने अमेरिका और भारत के रक्षा उद्योगों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की।

भारत जाने से पहले कार्टर अफगानिस्तान और पाकिस्तान गए थे जहां उन्होंने क्षेत्रीय एवं द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की थी। (एजेंसी)

First Published: Thursday, September 19, 2013, 10:53

comments powered by Disqus