Last Updated: Tuesday, May 14, 2013, 13:21
बीजिंग : चीनी विश्लेषकों का कहना है कि पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ की अगुवाई वाली नई सरकार के नेतृत्व में भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते सुधर सकते हैं और उसकी आतंकवाद निरोधक रणनीति भी बेहतर तरीके से आगे बढ़ सकती है।
‘शंघाई इन्स्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल स्ट्रैटेजिक स्टडीज’ में ‘दक्षिण और मध्य एशियाई अध्ययन संस्थान’ के प्रमुख वांग देहुआ ने सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ से कहा कि शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान और भारत के रिश्ते भी सुधर सकते हैं। वांग ने कहा कि वर्ष 1999 में शरीफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पाकिस्तान की ऐतिहासिक यात्रा के लिए आमंत्रित किया था।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कल अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच संबंधों के नए दौर का सूत्रपात होगा। शरीफ ने कल कहा कि अपने शपथ ग्रहण समारोह में सिंह को आमंत्रित कर उन्हें बहुत खुशी होगी। विदेश नीतियों से अलग देखें तो शरीफ को आर्थिक विकास तथा ऊर्जा सुरक्षा में सुधार सहित बड़ी घरेलू चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
वांग ने कहा कि अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में शरीफ के लिए यह एक अच्छी बात होगी कि वह एक मजबूत सरकार बना सकते हैं क्योंकि उन्हें बड़े विपक्षी दलों के साथ गठबंधन नहीं बनाना पड़ेगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 14, 2013, 13:21