Last Updated: Wednesday, September 26, 2012, 22:02

बंदोस द्वीप (मालदीव) : आतंकवाद को कैंसर करार देते हुए भारत ने आज अपने पड़ोसी देशों से इस समस्या को खत्म करने के लिए साथ मिलकर काम करने को कहा। भारत ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद प्रमुख चुनौती है।
गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि आतंकवाद दक्षिण एशिया में सामाजिक-आर्थिक विकास में सबसे बड़ी बाधा है और संगठित अपराध के साथ इसके संबंध के कारण मादक पदाथरें और हथियारों की तस्करी तथा महिलाओं एवं बच्चों के उत्पीडन में बढोत्तरी होती है।
शिंदे ने कहा कि ये कैंसर है जिसे हमारे क्षेत्र से केवल तभी समाप्त किया जा सकता है जब हम मिलकर काम करें। इसलिए पड़ोसी और दक्षेस में सहयोगी होने के नाते हमें और ज्यादा करीब आकर एक दूसरे के साथ काम करना होगा। उन्होंने दक्षेस गृह मंत्री सम्मेलन को संबोधित करते हुए यहां कहा कि हमे सीमा के भीतर और सीमा के बाहर शांति और सुरक्षा का माहौल पैदा करना चाहिए।
शिंदे ने कहा कि अगर दक्षिण एशिया असुरक्षित होगा या क्षेत्र की सीमा के बाहर असुरक्षा मौजूद होगी तो कोई भी देश सुरक्षित माहौल में नहीं रह सकेगा। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में आतंकवाद की हर घटना हमें कड़ी कार्रवाई में सहयोग की याद दिलाती है। यह सच्चाई है कि ऐसा लगता है कि हम नियमित रूप से बार बार सीखने के लिए मजबूर हैं।
शिंदे ने कहा कि हम अपने क्षेत्र में इस तरह के कैंसरों में चुनिंदा रवैया नहीं अपना सकते। अपने देशों की सुरक्षा की जिम्मेदारी वाले मंत्री होने के नाते हमें यह देखना होगा कि क्या हम इन चुनौतियों पर सही तरीके से ध्यान दे रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 26, 2012, 22:02