Last Updated: Saturday, April 14, 2012, 07:45
वाशिंगटन : बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को अमेरिकी हवाईअड्डे पर दो बार गलत आधार पर हिरासत में लिए जाने के बाद फंसी अमेरिकी सरकार का कहना है कि यह नस्ली भेदभाव का मामला नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि शाहरुख को हिरासत में नहीं लिया गया था बल्कि उन्हें कुछ समय के लिए रोका गया था। उन्होंने कहा, मैं इन्हें आवश्यक रूप से एक ही प्रकार की घटनाएं नहीं मानता लेकिन मैं इन्हें दो अलग-अलग घटनाओं के रूप में देखता हूं। स्पष्ट है कि हमने इस घटना पर अपना अफसोस जताया है और माना है कि वह एक सुप्रसिद्ध सितारे व सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
टोनर ने न्यूयार्क के व्हाइट प्लेन्स हवाईअड्डे पर गुरुवार को शाहरुख को हिरासत में लिए जाने की बात से भी इंकार किया। उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ अमेरिका में दाखिल होने से पहले अस्थायी तौर पर कुछ देर के लिए रोका गया था। शाहरुख यहां येल विश्वविद्यालय का प्रतिष्ठित सम्मान ग्रहण करने आए थे।
टोनर ने इसे नस्ली भेदभाव का मामला मानने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा, हम सभी स्पष्ट रूप से जानते हैं कि मामला यह नहीं है। इस बात की पुष्टि यह तथ्य करता है कि अमेरिका में हर रोज हजारों मुसलमान आते-जाते हैं और न तो उन्हें हिरासत में लिया जाता है और न ही उनकी यात्रा में देरी की जाती है।
उन्होंने कहा कि जब शाहरुख एक निजी जेट से यहां पहुंचे तो केवल उन्हें ही विमान से नहीं उतारा गया। शाहरुख के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीय के अध्यक्ष मुकेश अम्बानी की पत्नी नीता अम्बानी भी मौजूद थीं।
टोनर ने कहा कि तीन साल से भी कम समय में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब भारतीय विदेश मंत्रालय व वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास दोनों ने शाहरुख की हिरासत पर अपनी चिंता जताई है। इससे पहले अगस्त 2009 में शाहरुख को न्यूजर्सी के नेवार्क हवाईअड्डे पर रोका गया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 14, 2012, 17:47