शाही जोड़े का अभिवादन करने उमड़ी जनता - Zee News हिंदी

शाही जोड़े का अभिवादन करने उमड़ी जनता

थिम्पू (भूटान) : भूटान के नवविवाहित शाही जोड़े ने प्राचीन शहर पुंखा से राजधानी थिम्पू के बीच 11 घंटे का सफर पैदल तय कर देश के हजारों लोगों की शुभकामनाएं हासिल कीं। भूटान नरेश के मित्र कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी शुक्रवार दोपहर बाद यहां पहुंचे। वह चांगलिंगमिथांग में राष्ट्रीय समारोह में शामिल होंगे। 71 किलोमीटर की दूरी इस जोड़े ने अधिकांश पैदल चलकर तय की और इस दौरान सड़क के दोनों ओर पंक्तिबद्ध लोगों ने आशीष दिया।

 

ऑक्सफोर्ड में शिक्षित नरेश जिग्मे खेसर नाम्ग्येल वांगचुक और भारत में शिक्षित महारानी जेटसन पेमा को बधाई संदेश स्वीकार करने के लिए हर पांच मिनट पर अपनी कार से उतरकर जनता के साथ पैदल चलना पड़ा। उनकी यह यात्रा शुक्रवार सुबह 7.30 बजे शुरू हुई थी। ठंड की परवाह किए बिना शाही युगल की झलक पाने को लोग बेताब थे। घंटों से इंतजार कर रहे लोगों को शाही युगल ने ऑटोग्राफ दिए और गालों पर चुम्बन का आदान प्रदान किया।

 

भव्य विवाह समारोह गुरुवार को पुंखा में 17वीं सदी के किले में हुआ। शाही जोड़ा महल से सुबह साढ़े सात बजे बाहर निकला। उन्हें मुख्य बौद्ध भिक्षु जे खेनपो ने विदा किया। 71 किलोमीटर की इस दूरी को तय करने में कार से तीन घंटे लगते हैं लेकिन शाही काफिले को राजधानी तक पहुंचने में 13 घंटे लगे। युगल को अपराह्न दो बजे तक यहां पहुंचना था, लेकिन वह शहर के द्रुक शापिंग परिसर तक रात आठ बजे पहुंच पाए।

 

नरेश सरल स्वभाव के हैं और वह जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने कई लोगों को गले लगाया, कई का चुंबन लिया। जनता के बीच लंबे समय तक रहने के कारण वांगचुक दोपहर का भोजन नहीं कर सके। जनता द्वारा मिले उपहारों को उन्होंने पूरी विनम्रता से स्वीकार किया। सूचना एवं संचार मंत्रालय के सचिव किनले दोरजी ने  बताया कि कई बार नरेश वाहन से बाहर निकले और जनता का अभिवादन स्वीकार किया।

 

उन्होंने बताया कि अधिकांश समय वह पैदल ही चलते रहे। वह जनता की अनदेखी कर वाहन से नहीं जाना चाहते थे इसीलिए इतना अधिक समय लग गया। जनता का अभिवादन नरेश ने मुस्कुराकर तो महारानी ने हाथ जोड़कर स्वीकार किया। शाही जोडे़ के स्वागत में थिम्पू की मुख्य सड़क पर 25 हजार से अधिक लोग मौजूद थे। भूटान का राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहा था। जगह जगह वांगचुक और उनकी पत्नी के फोटो लगे थे। मुख्य समारोह शनिवार को होगा जिसमें पारंपरिक गीतों और नृत्य का रंगारंग कार्यक्रम पेश किया जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 15, 2011, 09:42

comments powered by Disqus