Last Updated: Friday, March 29, 2013, 18:45

चेन्नई : केंद्रीय जहाजरानी मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी.के. वासन ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रमंडल देशों के सरकार प्रमुखों (सीएचओजीएम) और नेताओं की नवंबर में होने वाली बैठक श्रीलंका से बाहर होनी चाहिए।
वासन ने कहा कि श्रीलंका सरकार को इस बात पर विचार करना चाहिए कि बैठक उसके यहां से बाहर अन्यत्र होनी चाहिए। यदि श्रीलंका बैठक स्थल में परिवर्तन नहीं करता है तो जिन देशों ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में अमेरिकी प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया है उन्हें श्रीलंका से बाहर बैठक कराने का उपाय करना चाहिए।
तमिलनाडु की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों एआईएडीएमके और डीएमके ने मांग की है कि श्रीलंका में 15 से 17 नवंबर को आयोजित सीएचओजीएम का भारत बहिष्कार करे।
वासन ने कहा कि भारत सरकार श्रीलंका को स्कूल, अस्पताल और सड़क बनाने जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद दे रहा है।
तमिलनाडु में श्रीलंका के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए वासन ने कहा कि वे छात्रों के विचारों से सरकार को अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि छात्र अपने आंदोलन का लाभ किसी और को नहीं लेने दें।
इस बीच वासन के विचारों का डीएमके अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने स्वागत किया और कहा कि हालांकि वासन ने कहा है कि यह उनका निजी विचार है। यदि यही नजरिया कांग्रेस का होता तो ज्यादा सराहनीय रहता। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 29, 2013, 18:45