Last Updated: Wednesday, April 18, 2012, 07:38
बीजिंग : चीन और रूस इस सप्ताहांत में जापानी जल क्षेत्र के पास संयुक्त नौसेना अभ्यास को अंजाम देने जा रहे हैं जिसका मकसद दोनों देशों के बीच सामरिक भागीदारी को मजबूत करना तथा नई चुनौतियों और खतरों के प्रति संयुक्त प्रतिक्रिया का मार्ग प्रशस्त करना है।
इस संयुक्त अभ्यास के लिए चीन अपने 16 नौसैनिक पोतों और दो पनडुब्बियों को पीले सागर में भेजेगा जहां वे रूस के साथ अपनी किस्म के इस पहले अभ्यास में शिरकत करेंगे। चीनी राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
रूसी प्रशासन ने बताया है कि इस अभ्यास को लेकर जापान और दक्षिण कोरियाई मीडिया के कान खड़े हो गए हैं। चाइना डेली में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। जापानी मीडिया ने अटकलबाजी लगाते हुए कहा कि इस कदम का मकसद टोक्यो को चेतावनी देना है जिसका चीन और रूस दोनों के साथ समुद्री विवाद है।
उधर, सोल स्थित योन्हाप न्यूज एजेंसी ने कहा है कि यह अभ्यास संयोगवश ऐसे समय में हो रहा है जब दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच भी संयुक्त सैन्य अभ्यास हो रहा है और इसका मकसद अपनी सैन्य ताकत को दिखाना है जिससे क्षेत्र में अमेरिका संतुलित रह सके। विदेश मामलों के कार्यालय तथा चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय से जुड़े मेजर जनरल क्यूआन लिहुआ ने बताया कि इस अभ्यास का फैसला पिछले साल लिया गया था और यह ‘सामान्य प्रक्रिया’ है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 18, 2012, 13:08