Last Updated: Thursday, June 21, 2012, 08:15

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा कि देश की जनता विभिन्न बहानों से विधायिका की अनदेखी करने की इजाजत नहीं देगी ।
जरदारी ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से देश के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को अयोग्य करार दिये जाने की पृष्ठभूमि में कहा कि जनता संसद और संविधान की सर्वोच्चता सुनिश्चित करना जानती है। जरदारी का यह संदेश उनकी पत्नी एवं पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 59वीं जयंती पर आया है।
उन्होंने कहा कि निर्वाचित सांसदों को घर भेजने के लिए संविधान के निष्क्रिय अनुच्छेद 58 (2बी) का इस्तेमाल हमेशा के लिए समाप्त हो गया है और इस कार्य के लिए पीछे या बगल का दरवाजा फिर से खोलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारे लोग अब धर्म के नाम पर आतंकवादियों या अतिवादियों के आक्रमण नहीं झेलेंगे।
जरदारी की यह टिप्पणी मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी के नेतृत्व में तीन न्यायाधीशों की पीठ द्वारा गिलानी को अयोग्य करार दिये जाने के बाद आयी है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 21, 2012, 08:15