Last Updated: Saturday, April 14, 2012, 11:03
लंदन : ईरान में विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा के लिए शनिवार को इस्तांबुल में विश्व की छह प्रमुख शक्तियों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, रूस और जर्मनी ने ईरान के साथ वार्ता शुरू की।
15 महीने के गतिरोध के बाद शुरू हुई इस वार्ता को 'सकारात्मक' करार दिया गया है जबकि ईरान ने अमेरिका के द्विपक्षीय बैठक के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इस बैठक में ईरान का प्रतिनिधित्व सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव सईद जलीली ने कया जबकि छह देशों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन ने किया।
पश्चिमी देश ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाते रहे हैं जबकि ईरान लगातार यह कहता आ रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। एश्टन के प्रवक्ता माइकल मान ने कहा कि पिछले 15 महीने में हुई वार्ता से यह बैठक बिल्कुल भिन्न थी। उन्होंने कहा कि पिछली बैठकों के मुकाबले इस बार माहौल सकारात्मक था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक इस बीच जलीली ने अमेरिका के द्विपक्षीय बैठक के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इस्तांबुल बैठक के अंत में दूसरे दौर की वार्ता की तिथि की घोषणा की जाएगी जो कि इराक की राजधानी बगदाद में होगी। इससे पहले गुरुवार को ईरान ने कहा था कि वह इस्तांबुल परमाणु वार्ता में शामिल होगा लेकिन वह अपने परमाणु ऊर्जा के अधिकार पर कोई समझौता नहीं करेगा। ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार सईद जलीली ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों व जर्मनी के साथ होने वाली वार्ता में उनकी सरकार नई पहल का प्रस्ताव रखेगी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, April 14, 2012, 22:23