`सच्ची हीरो है दिल्ली की गैंगरेप पीड़िता`

`सच्ची हीरो है दिल्ली की गैंगरेप पीड़िता`

वाशिंगटन : नई दिल्ली सामूहिक बलात्कार पीड़िता की मौत पर दुख और अविश्वास जाहिर करते हुए भारतीय अमेरिकियों ने रविवार को कहा कि वह ‘सच्ची राष्ट्रीय हीरो थी।’ नई दिल्ली में रविवार 16 दिसंबर की रात एक चलती बस में 23 वर्षीय पैरा-मैडिकल छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था और उसे बुरी तरह मारा-पीटा गया था। गंभीर रूप से घायल छात्रा की 29 दिसंबर की रात सिंगापुर के एक अस्पताल में मौत हो गई।

नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन (नापा) के अध्यक्ष सतनाम सिंह चहल ने कहा कि पीड़िता एक बहादुर और हिम्मत वाली लड़की थी जो अंमित सांस तक अपने सम्मान तथा जीवन के लिए लड़ती रही। उन्होंने कहा कि वह वास्तविक हीरो है जो वर्तमान भारत के सर्वोत्तम युवाओं और महिलाओं की प्रतीक है। राष्ट्र को भारत की इस बहादुर बेटी के निधन पर शोक मनाना चाहिए। उन्होंने स्वदेश में लोगों से आग्रह किया है कि वे इस मौत को जाया ना जाने दें।
चहल ने कहा कि ऐसी घटना दोबारा ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए हमें हर संभव कोशिश करनी चाहिए।

ग्रेटर वॉशिंगटन इलाके के एक उद्योगपति विनय सिंह का कहना है कि इस घटना से भारत सरकार की आंखें खुलनी चाहिए, विशेष तौर पर कानून और सुरक्षा एजेंसियों की। भारत के लोगों के साथ ही पूरी दुनिया भर के लोगों ने इस भारतीय बेटी की मौत पर शोक मनाया। सिंह ने कहा कि उसकी मौत जाया नहीं जानी चाहिए। शिकागो की रितु शर्मा का कहना है कि पीड़िता के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि भावनाओं और आक्रोश को सकारात्मक दिशा में मोड़ा जाए और ऐसे उपाय किए जाएं ताकि ऐसी घटना दोबारा ना हो। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर कर शांतिपूर्ण तरीके से किए गए प्रदर्शन प्रशंसनीय हैं।

इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (आईएएमसी) ने एक बयान में उच्च न्यायालय की अवकाश प्राप्त महिला न्यायाधीश की अगुवाई में बनी समिति के विस्तार की मांग की है। संगठन ने सरकार से माग की है कि वह ना सिर्फ अन्य बलात्कार मामलों बल्कि सांप्रदायिक दंगों के दौरान हुई बलात्कार की घटनाओं के दोषियों को भी न्याय की जद में लाए। इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल की अध्यक्ष शाहीन खतीब का कहना है कि गुजरात, पंजाब, ओडिशा और असम सभी जगहों पर सांप्रदायिक घटनाओं के दौरान बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, December 30, 2012, 12:07

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