Last Updated: Saturday, August 11, 2012, 13:39

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी तालिबान ने सरकार को ‘उदार और धर्मनिरपेक्ष’ बताया है और कहा है कि वह पश्चिमोत्तर खबर-पख्तूनख्वा प्रांत पर शासन करने वाली आवामी नेशनल पार्टी सहित किसी राजनीतिक दल से बात नहीं करेंगे।
तहरीक-ए-पाकिस्तान के प्रवक्ता एहसान उल्लाह एहसान ने कल पश्चिोत्तर में संवाददाताओं से कहा कि एएनपी की तरफ से बातचीत की पेशकश गुमराह करने वाली है और उग्रवादी मौजूदा शासकों को उदार और धर्मनिरपेक्ष मानते हैं इसलिए वह ‘इस्लाम की भलाई के प्रति संजीदा नहीं है।’ एहसान ने एक अज्ञात स्थान से फोन के जरिए संवाददाताओं को संबोधित किया। उन्होंने दावा किया कि एएनपी सहित पाकिस्तान के सत्तारुढ़ गठबंधन के सभी नेता ‘अमेरिका के गुलाम हैं और आजादी से फैसले लेने की हालत में नहीं हैं।’
प्रवक्ता ने दावा किया कि तालिबान दक्षिणी वजीरीस्तान में एक मजबूत ताकत बने हुए हैं और उनकी देशभर में हमले करने की क्षमता अभी बरकरार है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में नाटो की सेनाओं के लिए सामान लेकर जाने वाले वाहनों पर हमले रोके नहीं जाएंगे। एहसान ने दावा किया कि तालिबान इस्लाम के मुकद्दस रमजान माह में संयम बरत रहे हैं और इस अवधि में सिर्फ अपनी हिफाजत के लिए लड़ रहे हैं।
उन्होंने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के भीतर टकराव से इंकार किया और कहा कि संगठन के मुखिया हकीमुल्लाह महसूद और दक्षिणी वजीरीस्तान के कमांडर वलिउर रहमान में कोई मतभेद नहीं हैं। उन्होंने खुफिया एजेंसियों पर आरोप लगाया कि वह तालिबान को बदनाम करने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर हिंसा फैलाने की योजना बना रही हैं। उन्होंने दावा किया कि तालिबान बाजारों और आम लोगों के इकट्ठा होने की जगहों पर बम हमले नहीं करते। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 11, 2012, 13:39