Last Updated: Sunday, December 18, 2011, 16:35
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में जारी मेमोगेट विवाद के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने कहा कि उनकी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रचे जा रहे हैं ताकि अगले साल होने वाले सीनेट के चुनाव में बाधा डाली जा सके। गिलानी ने इस धारणा को खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा है कि उनके प्रशासन का शक्तिशाली सेना और न्यायपालिका के साथ टकराव है।
गिलानी ने रविवार को लाहौर में एक निजी कार्यक्रम में कहा, ‘सभी साजिश सीनेट (संसद के उच्च सदन) के चुनाव को रोकने के लिए हैं। पाकिस्तान में मार्शल लॉ के लिए कोई जगह नहीं है।’ गिलानी की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब सरकार और सेना के बीच सुप्रीम कोर्ट द्वारा कथित गोपनीय ज्ञापन की जांच कराये जाने पर मतभेद चल रहा है। इस ज्ञापन में अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद सैन्य विद्रोह होने की दशा में अमेरिका से मदद देने का अनुरोध किया गया था।
बहरहाल, गिलानी ने साजिश रचने वाले तत्वों का नाम नहीं बताया फिर भी जोर देकर कहा कि सीनेट के चुनाव तयशुदा समय पर अगले साल मार्च में होंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सीनेट चुनावों में बहुमत हासिल कर सकती है। पीपीपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि अन्य राजनीतिक सरकार हटाने के प्रयासों के पीछे हैं ताकि सीनेट के चुनाव में बाधा डाली जा सके। उन्होंने कहा कि मेमोगेट कांड ‘कोई मुद्दा नहीं’ है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, December 18, 2011, 22:07