Last Updated: Wednesday, June 27, 2012, 16:19
इस्लामाबाद: मौत की सजा का सामना कर रहे एक भारतीय कैदी की रिहाई की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही पहली घोषणा को पलटकर एक अन्य भारतीय कैदी की रिहाई की बात करने के कारण पाकिस्तान सरकार को अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी झेलनी पड रही है।
पाकिस्तान में 1990 में बम विस्फोट की कई घटनाओं में संलिप्तता को लेकर दोषी ठहराए गए और मौत की सजा का सामना कर सरबजीत सिंह को पाकिस्तान सरकार द्वारा रिहा करने की कल खबर आने के कुछ ही घंटे बाद राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने स्पष्ट किया कि अधिकारी सुरजीत सिंह नाम के एक अन्य भारतीय कैदी को रिहा करने के लिए कदम उठा रहे हैं, जो जासूसी के मामले में जेल में बंद था।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पहले पन्ने पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गलत पहचान के मामले को लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी की स्थिति में आ गया है। डॉन समाचार पत्र की वेबसाइट ने इस घटनाक्रम को अनोखे तरीके से लिया गया सरकार का यू टर्न करार दिया है।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने इस गड़बड़ी को भ्रम बताया और इस प्रकरण से राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को अलग करने की कोशिश की है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 27, 2012, 16:19