Last Updated: Wednesday, May 1, 2013, 14:14

लाहौर : जानलेवा हमले में पिछले सप्ताह गंभीर रूप से घायल भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह ‘‘नान रिवर्सिबल’’ कोमा में चले गए हैं और यहां अस्पताल में डाक्टर उनकी जिंदगी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं ।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि सरबजीत की हालत जिस तरह से गिर रही है उससे वह दिमागी रूप से मृत की हालत में जा सकते हैं ।
सूत्रों ने बताया कि किसी व्यक्ति के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को पहुंची क्षति और मस्तिष्क के चेतना स्तर का संकेतक बताने वाले ग्लासगो कोमा स्केल पर सरबजीत की हालत नाजुक स्तर तक गिर गयी है ।
एक सूत्र ने बताया कि सरबजीत का दिल धड़क रहा है लेकिन दिमाग काम नहीं कर रह है क्योंकि ऐसा उसके दिमाग को शुक्रवार को हुए हमले में लगी गहरी सिर की चोट का नजीता है । सरबजीत पर शुक्रवार को कोट लखपत जेल में कैदियों ने हमला किया था। सरबजीत पूरी तरह बेहोशी की हालत में हैं और जीवन रक्षक उपकरणों के बिना सांस लेने में सक्षम नहीं हैं ।
सूत्रों ने बताया कि सरबजीत के उपचार की निगरानी कर रहा चिकित्सा बोर्ड उनके परिवार और पाकिस्तानी प्रशासन से सलाह मशविरा किए बिना उन्हें दिमागी रूप से मृत घेाषित करने की स्थिति में नहीं है । सूत्रों ने आगे बताया कि सरबजीत को उनके परिवार और पाकिस्तान सरकार की मंजूरी के बिना जीवनरक्षक उपकरणों से नहीं हटाया जा सकता ।
सोमवार को सरबजीत को देखने के लिए लाहौर गयीं उनकी पत्नी सुखप्रीत कौर , बेटी पूनम तथा स्वप्नदीप कौर तथा बहन दलबीर कौर बुधवार को भारत लौट गयी हैं ।
सरकारी जिन्ना अस्पताल में सरबजीत का उपचार कर रहे डाक्टरों ने कल कहा था कि उनकी हालत और बिगड़ गयी है। हालांकि उन्हें दिमागी रूप से मृत घोषित नहीं किया गया है ।
उन्होंने बताया कि उनके रक्तचाप को जीवनरक्षक उपकरणों की मदद से चलाया जा रहा है और उनके बचने की संभावना बेहद कम है ।
49 वर्षीय सरबजीत पर शुक्रवार को कोट लखपत जेल में छह कैदियों ने हमला किया था और उनके सिर की हड्डी में चोट आने के साथ ही उन्हें कई जगह चोटें लगी थीं । उनके सिर पर इर्ंटों से हमला किया गया तथा उनकी गर्दन और धड़ पर तेज हथियारों से वार किए गए थे । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 1, 2013, 14:14