`साइबर जासूसी का सक्रिय स्रोत है चीन`

`साइबर जासूसी का सक्रिय स्रोत है चीन`

वॉशिंगटन : अमेरिका और चीन के बीच होने जा रही महत्वपूर्ण रणनीतिक और आर्थिक वार्ता ‘यूएस-चाइना स्ट्रैटेजिक एंड इकोनॉमिक डायलॉग’ से पहले शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने चीन को साइबर जासूसी और हमलों का सबसे बड़ा और सक्रिय स्रोत करार दिया है। इन सांसदों ने कहा कि चीन साइबर जासूसी और हमलों का सर्वाधिक प्रभावी और सक्रिय स्रोत है। उन्होंने कहा कि चीन मुख्य स्रोत है लेकिन यह अकेला स्रोत नहीं है।

कांग्रेस में मंगलवार को हुई एक बहस में सांसद टिम मर्फी ने कहा ‘रूस की भी अमेरिकी बौद्धिक संपदा और प्रौद्योगिकी पर गहरी नजर है।’ कांग्रेस सदस्य जेन शैकोवस्की ने आरोप लगाया कि चीन बड़े पैमाने पर साइबर जासूसी करने के लिए अत्याधुनिक साइबर क्षमताओं का उपयोग कर रहा है।

उन्होंने एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि चीन ने अमेरिकी नेटवर्क में सेंध लगा ली है जिसमें रक्षा मंत्रालय, रक्षा संबंधी अनुबंध और निजी उद्यम शामिल हैं। कांग्रेस सदस्य फ्रेड अपटोन ने कहा ‘दूसरे देश नेटवर्क तक पहुंच बना कर हमारी प्रौद्योगिकी और हमारे स्वामित्व वाली कारोबारी सूचनाएं अपनी कंपनियों के फायदे के लिए ले रहे हैं तथा अमेरिकी कंपनियों को प्रतिस्पर्धा में नुकसान हो रहा है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 10, 2013, 11:22

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