Last Updated: Wednesday, June 12, 2013, 19:24
सिंगापुर : यहां एक चकलाघर चलाने के मामले में दो भारतीय नागरिकों को साढ़े तीन महीने की कैद की सजा सुनाई गई है। ये दोनों जुड़वा भाई हैं। द स्ट्रेट्स टाइम्स की खबर के अनुसार रमन और लक्ष्मणन सेल्वाराज (26) को कल कैद की सजा सुनायी गयी। ये दोनों लोग (जुड़वा भाई) इस सजा से स्तब्ध रह गए क्योंकि गत तीन जून को अपना अपराध स्वीकार करने के बाद उन्हें सजा के रूप में केवल जुर्माना लगाए जाने की उम्मीद थी।
लक्ष्मण पिछले साल अक्तूबर में सिंगापुर आया था। यहां उसकी मुलाकात बालामुरूगन सेल्वम पनीर नाम के व्यक्ति से हुई जो देह व्यापार के धंधे में शामिल था। वह भारत से आयी महिलाओं से देह व्यापार कराता था। लक्ष्मणन बालामुरूगन के देह व्यापार के धंधे में शामिल हो गया और वेश्याओं की कमाई जमा करने लगा।
इस कमाई को वह बालामुरूगन (32) को सौंपता था जो खचरें को हटाने के बाद बाकी पैसे भारत स्थित गिरोह के मुखिया को भेज देता था। पिछले साल 17 दिसंबर को पुलिस के एक छापे में जुड़वा भाइयों और उसके तीन अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पता चला कि ये लोग छह महिलाओं से देह व्यापार कराते थे।
बचाव पक्ष के वकील एसएके कुमार ने इस आधार पर नरमी बरते जाने का अनुरोध किया कि जुड़वां भाइयों के माता पिता ने अपने बेटों को वापस स्वदेश लाने के लिए अपनी जमीन बेच दी है। कुमार ने कहा कि आरोपी का परिवार बहुत गरीब है और उनके (जुड़वा भाइयों के) माता पिता सड़क किनारे झुग्गी में रहते हैं। लेकिन जिला न्यायाधीश हमीदा इब्राहिम ने जुड़वा भाइयों को कैद की सजा सुनाई। न्यायाधीश ने कहा कि गिरोह के दो अन्य अन्य सदस्यों को फरवरी में इसी तरह के आरोप में साढ़े तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। बालामुरूगन को फरवरी में पांच महीने की कैद की सजा सुनाई गई थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 12, 2013, 19:24