सिंगापुर में दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की याद में कैंडल मार्च

सिंगापुर में दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की याद में कैंडल मार्च

सिंगापुर में दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की याद में कैंडल मार्चसिंगापुर : दिल्ली की सामूहिक बलात्कार कांड की पीड़ित की याद में यहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र होकर मोमबत्तियां जलाई तथा महिलाओं की सुरक्षा एवं गरिमा सुनिश्चित करने के लिए अपनी भूमिका के निर्वाह करने का संकल्प लिया।

एक महीने पहले यहां के एक अस्पताल में सामुहिक बलात्कार की पीड़ित 23 साल की लड़की की मौत हो गई थी और वह भारत में व्यापक प्रदर्शन की प्रतीक बन गई। कल शाम 300 से ज्यादा लोग एकत्र हुए और ‘बेहतर कल के लिए उम्मीद की किरण जगाने’ के लिए कैंडल मार्च किया।

एकत्र हुए लोगो में ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा, लैंगिक पक्षपात और कानून व्यवस्था को लेकर अपने मत रखे। रविवार शाम इस सभा को आयोजित करने वाली स्वयंसेवकों के समूह की अगुवाई करने वाली अमिता सरवाल ने कहा कि सभा में प्रेरणादायक गीत गाए गए।

भारत से आने वाली और यहां सहने वाली अमिता ने कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि कुछ नहीं करने के उलट साझे तौर पर याद करना और सामूहिक भागीदारी अपने आप में सकरात्मक वक्तव्य है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सिंगापुर में सभी क्षेत्र के लोगों - शिक्षाविदों, चिकित्सक, वकील, कलाकार, संगीतकार और पेशेवरों सहित विभिन्न लोगों से मिले समर्थन से हम अभीभूत हैं। ’’ अमिता ने कहा, ‘‘ यह आयोजन हमें यह याद दिलाने के लिए था कि परिवर्तन की यात्रा शुरू हुई है , सभी उपस्थित लोगों ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए अपनी भूमिका के निर्वाह करने का संकल्प लिया।

सभा में आए 36 साल के बैंकर और ब्लॉगर अमन नारायण ने कहा, ‘‘ महिलाओं के खिलाफ हिंसा सम्मान और शिक्षा में कमी से आती है और मैं इस बात को लेकर प्रतिबद्व हूं कि ये मूल्य मेरे कार्यक्षेत्र और मुझसे जुड़े समुदाय में रहे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में हालिया घटनाओं से मैं बेहद स्तब्ध और आहत हूं और अब पहले से ज्यादा इन मूल्यों को आगे बढाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। ’’ कलाकार और डिजाइनर केतना पटेल ने कहा कि कई मामलों में गैर संवेदनशीलता के लिए जटिल और बहुमुखी समाज जिम्मेदार होता है जिसमें हम रहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम इंसानियत के व्यापक एवं संवेदनशील संरचना के हिस्से हैं जहां क्वांटम भौतिकी के अनुसार दुनिया में एक व्यक्ति की सोच हजारों मील दूर अनेक व्यक्तियों की सोच को प्रभावित कर सकती है।’’ (एजेंसी)

First Published: Monday, January 28, 2013, 12:35

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