Last Updated: Friday, June 14, 2013, 18:17

वाशिंगटन : सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद सरकार की ओर से रासायनिक हथियार इस्तेमाल किए जाने की रिपोर्टों के बीच एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि असद ने संकटग्रस्त देश में इन रासायनिक हथियार का इस्तेमाल कर ‘लक्ष्मण रेखा’ पार कर दी है और इसने पहली बार विद्रोहियों की सैन्य मदद के लिए अमेरिका को विवश किया है।
अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेन रोड्स ने कहा कि हमारे खुफिया विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट में पाया कि असद सरकार ने पिछले वर्ष विरोधियों के खिलाफ कई बार सरीन नर्व गैस जैसे रासायनिक हथियारों का छोटे पैमाने पर इस्तेमाल किया। कल उन्होंने यहां कहा कि खुफिया विभाग का अनुमान है कि सीरिया में रासायनिक हथियारों के हमले से अब तक 100 से 150 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि हताहतों का यह आंकड़ा संभावित तौर पर अधूरा है।
रोड्स ने कहा कि सीरिया में अब तक 90,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और इसमें रासायनिक हथियारों के घातक हमले से मारे गए लोगों की संख्या भले ही भले ही कम है, लेकिन इन हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय मानकों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच दशकों से स्थापित सीमा रेखा का साफ तौर पर उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि असद सरकार के पास ये हथियार हैं। हमारे पास ऐसी कोई विश्वसनीय और रिपोर्ट नहीं है जो सीरिया में विद्रोहियों द्वारा रसायनिक हथियारों के उपयोग की पुष्टी करती हो। इसके साथ उन्होंने कहा कि इस मामले में अमेरिकी सरकार अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों और सांसदों से विचार विमर्श करेगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 14, 2013, 18:17