सेक्सी फिल्में देखकर बच्चे बनाते है सेक्सुअल पार्टनर!

सेक्सी फिल्में देखकर बच्चे बनाते है सेक्सुअल पार्टनर!

लंदन: सेक्स से भरपुर फिल्मों के देखने वाले बच्चों के स्वच्छंद होने और ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर होने की संभावना होती है । एक नये अध्ययन में पाया गया है कि इस तरह के बच्चे न केवल जल्दी कौमार्य खोते हैं बल्कि उनके बिना सुरक्षा वाले खतरों से भरे सेक्स करने की संभावना भी ज्यादा होती है ।

डेली मेल की खबर में बताया गया कि छह साल चले अध्ययन में 1200 से ज्यादा बच्चों पर फिल्मों में दिखाए जाने वाले सेक्स दृश्यों के असर की पड़ताल की जाए । अमेरिका के दार्थमाउथ कॉलेज और आईवी लीग यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने 1998 से लेकर 2004 तक की 684 फिल्मों का सर्वे किया और उसके सेक्स दृश्यों के आधार पर उसका वर्गीकरण किया ।

‘आइज वाइड शट’ जैसी फिल्मों को अधिक सेक्स दृश्य वाली श्रेणी में रखा गया जबकि ‘लार्ड ऑफ द रिंग , द रिटर्न ऑफ द किंग’ को कम दृश्यों वाली श्रेणी में ।

जब्बार ने अश्लीलता को परिभाषित करने के लिए इस्लामिक परिषद की मदद लेने का विरोध करते हुए कहा कि इस जटिल मसले पर आम सहमति बनाना मुश्किल होगा। हसन ने कहा, ‘अगर टीवी पर कुछ ऐसा है जो नहीं देखा जाना चाहिए तो आपके पास चैनल बदलने या टीवी बंद करने का विकल्प मौजूद है।’ एक समाचार पत्र के संपादकीय पृष्ठों के संपादक उमर आर कुरैशी ने कहा कि यह टीवी कार्यक्रमों के मानक तय करने का काम काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडियोलॉजी को देने की कोशिश परेशान करने वाली है।

उन्होंने कहा कि पिछले बहुत वर्ष से पाकिस्तानी सरकार और तंत्र ने आम लोगों को एक निश्चित दिशा में ही सोचने वाला बना दिया है। यह दिशा धर्म आधारित सोच से ही संचालित है।

उन्होंने कहा, ‘ऐसे माहौल में अश्लीलता को परिभाषित करने से कट्टरपंथी और रूढ़िवादी तत्वों को हमेशा बढ़ावा मिलेगा। वे हमेशा की तरह इसे पाकिस्तानी समाज पर थोपने की कोशिश करेंगे।’ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक के अधिकारियों ने कहा कि अगली बैठक सितंबर माह के मध्य में होगी ताकि टीवी चैनलों के मालिकों और केबल ऑपरेटरों को भी विचार विमर्श में शामिल किया जा सके। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 28, 2012, 16:42

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