Last Updated: Friday, May 17, 2013, 10:27

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सेना में यौन उत्पीड़न की घटनाओं को शर्मनाक करार देते हुए कहा है कि इस प्रकार के मामले सेना को कमज़ोर कर देंगे।
ओबामा ने सेना में यौन उत्पीड़न की रिपोर्टों के मद्देनज़र अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष मार्टिन डेम्पसे और सेना के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद गुरुवार को कहा कि सेना में इस प्रकार की घटनाएं उसके जवानों के बीच विश्वास को कमज़ोर करती हैं।
ओबामा ने कहा, ‘यह केवल अपराध ही नहीं है, यह केवल शर्मनाक ही नहीं है बल्कि इसने सेना को कम प्रभावशाली बना दिया है और इस तरह यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने रक्षा मंत्री हेगल और मार्टी डेम्से से इस समस्या का समाधान खोजने की प्रक्रिया में मदद करने को कहा है। यह प्रक्रिया हर स्तर पर जवाबदेही से शुरू की जाएगी। इसमें केवल कानून लागू करने के लिए ही जवाबदेही तय नहीं की जाएगी बल्कि हमारे जवानों को प्रभावी रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा और इस चुनौती से निपटने के काम में हमारे सर्वश्रेष्ठ लोगों को लगाया जाएगा।’
ओबामा ने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि पीड़ितों को न्याय दिलाए जाने की जरूरत है और अपराधियों को बुरे परिणाम भुगतने होंगे।
इस बीच सेना में यौन उत्पीड़न के अपराधों के खिलाफ अभियोजन की प्रक्रिया मज़बूत करने के लिए कई सीनेटरों ने मिलकर कल एक विधेयक पेश किया।
रक्षा विभाग ने अनुमान लगाया है कि हालांकि सेना में 2012 में यौन उत्पीड़न की 26,000 घटनाएं हुईं लेकिन इनमें से केवल 3,374 मामले ही दर्ज किए गए। इनमें से भी 238 मामलों में ही अपराध सिद्ध हो पाया। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 17, 2013, 10:27