Last Updated: Saturday, December 10, 2011, 13:23
इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना के अधीनस्थ एक हृदय रोग संस्थान के बयान से इस बात के संकेत मिलते हैं कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के उपचार के लिए दुबई जाने की जानकारी सेना को पहले से मिल गई थी। यह बयान इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने बीते 23 नवंबर को एक बयान ‘आर्म्ड फोर्सेज इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हार्ट डिजीज’ की ओर से जारी किया था।
बयान में कहा गया है, ‘यह संस्थान हृदय संबंधी बीमारियों का सबसे बेहतरीन उपचार की सुविधा मुहैया कराता है और ऐसे में किसी हृदय रोगी को विदेश जाने की जरूरत नहीं है।’ संस्थान के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ अली खान ने बयान में पेशावर एक बच्चे का जिक्र किया है, जिसने हृदय संबंधी बीमारी के उपचार के लिए विदेश जाने में मदद की आग्रह किया था। इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि सेना के लोगों को जरदारी के विदेश जाने की जानकारी पहले से थी।
उधर, पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने कल कहा था कि उनकी जरदारी से फोन पर बात हुई है। मीर के मुताबिक जरदारी ने कहा, ‘मैं ठीक हूं और जल्द वतन लौटूंगा।’ खबर है कि जरदारी ने इस अटकल को भी खारिज कर दिया कि वह देश छोड़ भागे हैं। उन्होंने कहा, ‘जो लोग देश छोड़कर भागते हैं, वे अपने बच्चों को साथ लेकर जाते हैं। मेरा बेटा बिलावल इस्लामाबाद में है।’ दुबई में उपचार करा रहे जरदारी ने पहली बार किसी पत्रकार अथवा मीडिया से बात की है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, December 11, 2011, 00:23