Last Updated: Tuesday, January 17, 2012, 13:53
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी के बीच टकराव के बीच स्थिति को फिर से पटरी पर लाने के लिए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और सैन्य नेतृत्व बातचीत कर रहे हैं।
शीर्ष न्यायालय की ओर से गिलानी को अवमानना का नोटिस दिए जाने के बाद पाकिस्तान की असैन्य सरकार का संकट गहरा गया है। मेमोगेट मामले को लेकर पहले से ही असैन्य सरकार और सेना आमने-सामने हैं।
समाचार पत्र ‘डॉन’ सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ प्रमुख जनरल खालिद शमीम वायने ने सोमवार को जरदारी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी। यह बातचीत जरदारी और कयानी के बीच वार्ता के बाद की गई।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जरदारी और वायने ने सैन्य बलों के पेशेवर मामलों पर चर्चा की है, हालांकि सूत्रों का कहना है कि दोनों ने मौजूदा गतिरोध को खत्म करने की दिशा में चर्चा की।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि कयानी ने अपनी पिछली मुलाकात के दौरान जरदारी के समक्ष ऐसी कोई मांग नहीं रखी थी कि प्रधानमंत्री को सेना प्रमुख के बारे में दिए अपने बयान को वापस लेना चाहिए। गिलानी ने कयानी और आईएसआई प्रमुख अहमद शूजा पाशा पर मेमोगेट मामले में असंवैधानिक ढंग से काम करने का आरोप लगाया था। इसके बाद सेना ने गंभीर नतीजे की चेतावनी दी थी।
अधिकारी ने कहा कि जरदारी और सेना प्रमुख के बीच तापमान को कम करने की दिशा में बातचीत हुई। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 17, 2012, 19:27