Last Updated: Sunday, March 24, 2013, 21:49

कराची : तालिबान से मिल रही जान से मारने की धमकियों को नजरअंदाज कर और सुरक्षा, राजनीतिक तथा कानूनी चुनौतियों का सामना करने की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ करीब चार साल के आत्म निर्वासन के बाद रविवार को स्वदेश लौट आए।
अपने पार्टी समर्थकों और पत्रकारों समेत करीब 150 लोगों के साथ 69 वर्षीय मुशर्रफ दुबई से अमीरेट्स की चार्टर्ड उड़ान से कराची के जिन्ना हवाई अड्डे पर पहुंचे।
उन्हें दुबई से कराची लेकर आने वाले विमान में मुस्कुराते हुए मुशर्रफ ने पत्रकारों से कहा, ‘यह एक बेहद भावुक क्षण है। मैं चार साल बाद लौट रहा हूं।’ सफेद सलवार. कमीज पहने विमान से निकलते हुए मुशर्रफ ने कहा, ‘ बहुत सी चुनौतियां हैं। सुरक्षा चुनौतियां हैं। कानूनी चुनौतियां हैं। राजनीतिक चुनौतियां हैं लेकिन मैं उनका सामना करूंगा।’
जियो न्यूज ने बताया है कि सैन्य प्रशासन ने रक्षा मंत्रालय के जरिए गृह मंत्रालय को एक पत्र भेजकर पूर्व राष्ट्रपति को सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि देश के मौजूदा हालात में गृह मंत्रालय के लिए यह जरूरी है कि वह पूर्व राष्ट्रपति को शीर्ष स्तर की सुरक्षा उपलब्ध कराए।
हवाई अड्डे पर मुशर्रफ की पूर्व निर्धारित प्रेस कांफ्रेंस रद्द कर दी गयी और अब वह इस सप्ताह के बाद में इस्लामाबाद में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन करेंगे।
सुरक्षा और पार्टी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि पूर्व राष्ट्रपति ने हवाई अड्डा इमारत के भीतर अपनी आल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के कार्यकारी सदस्यों से विचार विमर्श कर बुधवार को पंजाब में प्रेस कांफ्रेंस करने का फैसला किया है।
मुशर्रफ की पार्टी के एक सदस्य ने बताया,‘सुरक्षा अधिकारियों ने यहां पहुंचने पर मुशर्रफ को सलाह दी थी कि उन्हें न तो कोई प्रेस कांफ्रेंस करना चाहिए और न ही रैली को संबोधित करने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि वे बड़े सुरक्षा खतरे के चलते उन्हें जल्द से जल्द हवाई अड्डे से उनके ठिकाने पर ले जाना चाहते हैं।’
मुशर्रफ के इस्लामाबाद जाने से पूर्व दो दिन तक कराची में रुकने की संभावना है। उन्होंने इस्लामाबाद से ही देश के मुख्य कार्यकारी और उसके बाद 1999 से 2008 के बीच राष्ट्रपति के रूप में कमान संभाली थी।
पाकिस्तानी तालिबान की ओर से मिली धमकी के मद्देनजर हवाई अड्डे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पूर्व राष्ट्रपति को सुरक्षा कवर मुहैया कराने के लिए सैंकड़ों पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक रेंजर हवाई अड्डे के बाहर और भीतर मौजूद थे।
हवाई अड्डे से आने जाने वाले सभी वाहनों और लोगों की स्कैनर तथा खोजी कुत्तों की मदद से जांच की जा रही थी।
दुबई से विमान में सवार होने से पूर्व मुशर्रफ ने ट्विटर पर लिखा था, ‘मैं आज कराची पहुंचूंगा। 24 मार्च। दोपहर बाद एक बजे और शाम को पांच बजे हवाई अड्डे पर एक जन रैली को संबोधित करूंगा।’
इससे पूर्व, पूर्व राष्ट्रपति ने दुबई के अपने घर की अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर डाली थी जिसमें वह सफेद सलवार और कुर्ते में नजर आ रहे थे।
उन्होंने बाद की भी अपनी एक फोटो डाली जिसके नीचे लिखा था, ‘ घर वापसी की अपनी यात्रा के लिए विमान की सीट पर बैठ गया हूं।’ उन्होंने लिखा, ‘पुरानी यादों ने मुझे घेर लिया है। पाक की याद सता रही है। पाकिस्तान को प्यार करता हूं। जो लोग चाहते हैं, वह होगा।’
वापसी से कई घंटे पहले, प्रशासन ने कराची में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के मकबरे के समीप मैदान में मुशर्रफ को एक रैली को संबोधित करने के लिए दी गयी अनुमति को रद्द कर दिया था।
सिंध के पुलिस प्रवक्ता वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इमरान शौकत ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को मिली ‘ गंभीर सुरक्षा धमकियों’ के मद्देनजर रैली के लिए दी गयी अनुमति को वापस ले लिया गया है। इस रैली को मुशर्रफ संबोधित करने वाले थे।
पुलिस ने औपचारिक रूप से मुशर्रफ की पार्टी आल पाकिस्तान मुस्लिम लीग को इस फैसले की जानकारी दे दी थी।
शौकत ने बताया, ‘ एपीएमएल रैली को रद्द करने पर सहमत हो गयी है।’ प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने कहा है कि उसने वापसी पर मुशर्रफ को निशाना बनाने के लिए आत्मघाती हमलावरों का एक दस्ता तैयार किया है।
ट्विटर पर डाले गए एक अन्य संदेश में मुशर्रफ ने कहा कि पाकिस्तान को ‘आतंकवाद और चरमपंथ का खात्मा करना चाहिए।’ मुशर्रफ 19 अप्रैल 2009 को पाकिस्तान छोड़कर चले गए थे। उन्होंने कहा था कि वह कई व्याख्यान देने के लिए विदेश जा रहे हैं।
उसके बाद वह वापस नहीं लौटे और कई अदालतों ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो तथा बलूच राष्ट्रवादी नेता अकबर बुगती की हत्याओं के सिलसिले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए।
मुशर्रफ ने अपनी वापसी से पूर्व ही सिंध हाई कोर्ट से गिरफ्तारी पूर्व जमानत हासिल कर ली थी।
पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ ने विमान में पाकिस्तानी पत्रकारों से कहा कि घर वापसी को लेकर उन्हें पुरानी यादें सता रही हैं क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान को बहुत याद किया और वह अपने देश से बहुत प्यार करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 24, 2013, 13:49