Last Updated: Tuesday, January 24, 2012, 08:23
वाशिंगटन : भारत ने अमेरिकी टेलीविजन एंकर जे लेनो द्वारा अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के दावेदार मिट रोमनी के अवकाश गृह बताए जाने पर आपत्ति जताई और इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
प्रवासी भारतीय मामलों के केंद्रीय मंत्री व्यालार रवि ने रविवार को कहा कि उन्होंने अमेरिका में भारतीय राजदूत निरूपमा राव को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सामने यह मुद्दा उठाने के लिए कहा है। लेनो के 'द टुनाइट शो' कार्यक्रम में गुरुवार को स्वर्ण मंदिर पर टिप्पणी की गई थी।
रोमनी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के एक धनाढ्य दावेदार हैं। उन पर कम कर चुकाने का आरोप है। रवि ने यहां भारतीय संवाददाताओं से कहा, यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण और आपत्तिजनक है कि स्वर्ण मंदिर को दिखाकर ऐसी टिप्पणी की गई।
रवि ने कहा, स्वर्ण मंदिर सिख समुदाय का पवित्र धार्मिक स्थल है। हमारे प्रधामंत्री भी वहां नव वर्ष के मौके पर प्रार्थना करने गए थे। मेरा मानना है कि टिप्पणी करने वाला व्यक्ति इस बात से अनभिज्ञ नहीं है। अमेरिकी सरकार को भी इस बात पर नजर रखनी चाहिए। रवि ने कहा कि उन्होंने खुद इस शो को नहीं देखा है, लेकिन उन्हें सिख समुदाय से इसकी शिकायत मिली है। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि अमेरिका में किसी भी समाचार माध्यम में इस तरह की चीजें नहीं दिखाई जाएंगी।
उन्होंने कहा, स्वतंत्रता का मतलब दूसरे की भावनाओं का आहत करना नहीं है। हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते। रवि ने कहा, "दूतावास इस बात से पूरी तरह वाकिफ है और वह इसे उठाएगा। लेनो के कार्यक्रम में की गई टिप्पणी से अमेरिका में सिख समुदाय गुस्से में है। उन्होंने लेनो के खिलाफ एक ऑनलाइन याचिका शुरू की है और अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए फेसबुक पर पृष्ठ शुरू किया है।
ऑनलाइन याचिका में कहा गया है कि लेनो पहले भी सिख समुदाय पर अपमानजनक टिप्पणी करने का दोषी है। इसमें कहा गया, जे लेनो की नस्लवादी टिप्पणी को तुरंत रोका जाना चाहिए। याचिका के एक हस्ताक्षरी सियान कौर ने कहा, जे लेनो माफी मांगे और वादा करें कि वह सिखों या उनके पवित्र स्थलों की कभी भी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से चर्चा नहीं करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 24, 2012, 13:53