Last Updated: Saturday, November 5, 2011, 13:31
दुबई : सउदी अरब के पवित्र शहर मक्का में रविवार को ईद उल-अजहा (बकरीद) के दिन लगभग सवा लाख भारतीयों सहित कुल 25 लाख लोगों का हज पूरा हो जाएगा।
दुनिया के कोने-कोने से जमा हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अराफात की पहाड़ियों से उतरना शुरू कर दिया है। इससे पहले हज यात्रियों ने मीना शहर में एक रात गुजारी। मीना और अराफात के बीच की दूरी 10 किलोमीटर है।
अराफात तक जाने के लिए लोगों ने बसों और मक्का में बनी नई मेट्रो का भी सहारा लिया। अराफात में ही पैगम्बर ने अपना आखिरी कुतबा दिया था। मक्का में मेट्रो का निर्माण चीन की मदद से किया गया है। हज पर गए लोग कल की तैयारियों में जुट गए हैं। रविवार को बकरीद है और इस मौके पर सभी हज यात्री जानवरों की कुर्बानी देंगे।
हज यात्रियों ने शुक्रवार को ‘तवाफ’ (काबा के सात चक्कर लगाना), अल-सफा एवं अल-मरवा की पहाड़ियों पर चढ़ना और ‘शैतान’ को कंकड़ियां मारने जैसी हज से जुड़ी कई रवायतों को पूरा किया। सभी लोगों के जुबान पर ‘लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक’ था। इसका मतलब यह हुआ कि ‘ऐ खुदा हम आपकी गवाही देने के लिए खड़े हुए हैं।’
जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कल एक बयान में कहा, ‘भारत से कुल 1,24,948 हज यात्री मक्का में हैं। अब तक कुल 75 भारतीय हज यात्री गुजर चुके हैं। इनमें से 63 लोग हज कमिटी के जरिए और 12 निजी टूर ऑपरेटर के जरिए आए थे।’ सउदी की सरकार ने इसके पुख्ता इंतजाम किए हैं कि यहां भगदड़ की स्थिति नहीं पैदा हो। अतीत में भगदड़ की कई वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें सैकड़े लोगों की मौत हो गई।
गौरतलब है कि जनवरी, 2006 में मीना के निकट मची भगदड़ में 364 लोगों की मौत हुई थी। वहीं वर्ष 2004 में भगदड़ से 251 लोगों की मौत हो गई थी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, November 5, 2011, 19:01