Last Updated: Wednesday, September 26, 2012, 13:08

मास्को : ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने कहा है कि यदि इजरायल ने हमला किया तो उनका देश अपना बचाव करेगा। अहमदीनेजाद एक अनुवादक के जरिए एक साक्षात्कार में बोल रहे थे, जो सोमवार को सीएनएन के `पीर्स मोरगन टूनाइट` कार्यक्रम में प्रसारित हुआ था। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र को अपनी रक्षा करने का अधिकार है और निश्चित तौर पर वह अपनी रक्षा करेगा।
अहमदीनेजाद ने कहा कि दुनिया को इस तरह क्यों हो जाना चाहिए जहां कोई एक व्यक्ति ईरान जैसे एक समृद्ध व गहरी ऐतिहासिक जड़ों वाले, प्राचीन देश को धमकी दे सके। अहमदीनेजाद ने आगे कहा कि ईरान जैसा एक महान देश अपनी स्वयं की बुनावट की बुनियाद पर खड़ा है, कोई दूसरा देश कह सकता है, `मुझे लग रहा है कि बी देश एक्स गतिविधि में सक्रिय है, इसलिए मैं उस देश पर हमला करूंगा`.. क्या यह हो सकता है.. दुनिया के प्रबंधन का एक सफल सूत्र?
ईरानी राष्ट्रपति अपने देश के परमाणु कार्यक्रम का जिक्र कर रहे थे, जिसे लेकर अमेरिकी नेतृत्व वाली पश्चिमी दुनिया को भय है कि यह कार्यक्रम परमाणु हथियारों के विकास पर लक्षित है। लेकिन ईरान इसका खंडन करता है। सीरिया के मुद्दे पर अहमदीनेजाद ने कहा कि सीरिया संकट शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए और बगैर किसी बाहरी हस्तक्षेप के।
सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के लम्बे समय से समर्थक रहे अहमदीनेजाद ने सीरिया में जारी हिंसा की भी निंदा की।
उन्होंने कहा कि हम सभी को अब यह कहना चाहिए कि यह हिंसा बहुत हो चुकी। उन्होंने कहा कि वह दोनों पक्षों को एकसाथ लाने के लिए एक समूह संगठित करने के लिए काम कर रहे हैं। ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि हम मानते हैं कि आजादी, चुनने का अधिकार, मतदान का अधिकार, सम्मान और न्याय सभी लोगों का मौलिक अधिकार है। सभी लोगों को ये अधिकार हर हाल में हासिल होने चाहिए।
अहमदीनेजाद ने कहा कि किसी व्यक्ति या किसी देश पर पाबंदी लगाने का अधिकार किसी को नहीं है, लेकिन हम मानते हैं कि राष्ट्रों के एक मित्र के नाते, हमें शांतिपूर्ण तरीके से, शांतिपूर्ण गतिविधियों के जरिए इन अधिकारों को हासिल करने में दुनिया भर के देशों की मदद करनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 26, 2012, 13:04