Last Updated: Monday, December 3, 2012, 17:31
इस्लामाबाद : लश्कर-ए-तैय्यबा के संस्थापक हाफिज मोहम्मद सईद ने भारत द्वारा सबूत मुहैया कराए जाने की सूरत में उसके खिलाफ कार्रवाई किए जाने का वादा करने के लिए विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार की आलोचना की है।
सईद ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार कश्मीर जैसे लंबित मुद्दों केा सुलझाने में विफल रही है। 2008 के मुंबई हमलों के लिए सईद को भारत द्वारा मुख्य साजिशकर्ता बताए जाने के बाद उसने दावा किया था कि भारत द्वारा उसके खिलाफ मुहैया कराए गए सबूतों को पाकिस्तानी अदालतें ‘खारिज’ कर चुकी हैं।
सईद ने उर्दू दैनिक उम्मत से बातचीत में कहा कि मुंबई हमलों के बाद चार साल में भारत मामले के संबंध में उसके खिलाफ कोई भी सबूत मुहैया कराने में विफल रहा है। भारत द्वारा सबूतों के रूप में उपलब्ध कराए गए दस्तावेज अदालतों में नहीं टिक पाए और लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें दुष्प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसी प्रकार की बात कही है।
जमात उत दावा को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा लश्कर-ए-तैय्यबा का संगठन करार दिए जाने के बाद सईद को करीब छह महीने तक घर में नजरबंद रखा गया था। वह इस समय जमात उद दावा के प्रमुख हैं। उसे लाहौर हाई कोर्ट के आदेश पर रिहा किया गया। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 3, 2012, 17:31