हिंसा के बीच पाक में वोटिंग, चार विस्फोटों में 10 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

हिंसा के बीच पाक में वोटिंग, चार विस्फोटों में 10 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

हिंसा के बीच पाक में वोटिंग, चार विस्फोटों में 10 की मौत, 40 से ज्यादा घायलज़ी मीडिया ब्यूरो
कराची : पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए आज सुबह से मतदान जारी है।
चुनाव के लिए चल रहे मतदान के दौरान अलग-अलग जगहों में चार धमाके हुए। इस धमाके में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए। कराची में अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के चुनाव कार्यालयों के निकट दो विस्फोट हुए। इनमें 10 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हो गए। मतदान शुरू होने के कुछ घंटों के बाद ही ये धमाके हुए।

पहला विस्फोट सिंध प्रांत की एसेंबली के उम्मीदवार अमानुल्ला महसूद के चुनाव कार्यालय के निकट हुआ। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई। इस विस्फोट में महसूद सुरक्षित हैं, हालांकि मारे गए और घायल लोगों में एएनपी के कई कार्यकर्ता शामिल हैं। कुछ मिनटों के अंतराल पर इसी इलाके के एक मतदान केंद्र और एएनपी के एक चुनावी कार्यालय के नजदीक दूसरा धमाका हुआ। खबर पख्तूनख्वाह की राजधानी पेशावर में चारसद्दा रोड इलाके के एक मतदान केंद्र के निकट हुए विस्फोट में पांच लोग घायल हो गए। मतदान केंद्र के निकट एक मोटरसाइकिल में बम लगाया गया था। बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में हुए एक बम विस्फोट में कई लोग घायल हो गए।

किसी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पहले भी कई बार एएनपी और पीपीपी एवं एमक्यूएम जैसे दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को निशाना बनाता रहा है। तालिबान ने चुनाव के दौरान हमले की धमकियां दी थीं। तालिबान के हमलों में एएनपी और एमक्यूएम के कई सदस्य एवं उम्मीदवार मारे गए हैं।

उधर हिंसा के बीच पूरे पाकिस्तान में मतदान जारी है। सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी और मुख्य निर्वाचन आयुक्त फखरूद्दीन जी इब्राहीम सबसे पहले मतदान करने वालों में शामिल रहे। मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे आरंभ हुआ। टेलीविजन चैनलों की फुटेज में दिखाया गया है कि कयानी रावलपिंडी स्थित एक मतदान केंद्र में जा रहे हैं।

तालिबान के हमले की आशंका के बावजूद हजारों मतदान केंद्रों के बाहर मतदाओं की लंबी लंबी कतारें देखी गईं। तालिबान ने धमकी दी है कि वह चुनाव के दौरान हमले करेगा। चुनाव प्रचार के दौरान तालिबान और दूसरे आतंकवादी संगठनों द्वारा किए गए हमलों में कई उम्मीदवारों सहित 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई।

प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के हमलों और खतरों को देखते हुए तीन प्रमुख दलों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), अवामी नेशनल पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट ने अपने चुनाव प्रचार अभियार पर बड़े नाटकीय अंदाज में विराम लगा दिया। पाकिस्तान में इस बार के चुनाव में 8.6 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं।

संसदीय चुनाव के लिए कुल 4,670 उम्मीदवार हैं, जबकि चार प्रांतों की एसेंबलियों के लिए करीब 11,000 उम्मीदवार अपनी किस्मता आजमा रहे हैं। पंजाब, सिंध, खबर पख्तूनख्वाह और बलूचिस्तान में प्रांतीय एसेंबलियों के चुनाव हो रहे हैं।

इसी साल मार्च में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेतृत्व वाली सरकार के पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद 11 मई को चुनाव कराने का ऐलान हुआ था। मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा। शुरुआती नतीजे कल सुबह तक आने की उम्मीद है। पूरे देश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित किया जा सके। 70,000 सैनिकों की तैनाती की गई है।

पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आने की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर क्रिकेट की पिच से सियासत के मैदान में उतरे इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पंजाब प्रांत और दूसरे शहरी इलाकों में अपना जनाधार बनाया और बढ़ाया है।

पीपीपी के नेतृत्व वाली सरकार पाकिस्तान के इतिहास की पहली ऐसी सरकार रही जिसने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया है। अतीत की सरकारों का सेना तख्तापलट करती रही है। पाकिस्तान की तारीख का आधा से अधिक समय सैन्य शासन में गुजरा है।

First Published: Saturday, May 11, 2013, 11:27

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