Last Updated: Sunday, March 17, 2013, 21:12

जयपुर : आपसी सहमति से यौन संबंध बनाने की उम्र को कम करने के प्रस्ताव के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आज कहा कि यह सामाजिक तौर पर अस्वीकार्य है और वह सरकार के इस कदम का विरोध करेगी।
आरएसएस नेता भैयाजी जोशी ने कहा, ‘लड़की की विवाह की आयु 18 साल है जबकि सरकार विवाह से पहले यौन संबंध बनाने की कानूनी सहमति देने की आयु घटाकर 16 साल करना चाहती है। यह स्वीकार्य नहीं हो सकता है और आरएसएस इसका विरोध करेगी।’ फौजदारी कानून (संशोधन) विधेयक, 2013 में अन्य बातों के अलावा यौन संबंध बनाने के लिए सहमति देने की उम्र 18 साल से घटाकर 16 साल करने का प्रस्ताव है। इस कदम का मुस्लिम समूहों समेत विभिन्न तबकों ने विरोध किया है।
संगठन की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक के समापन पर मीडिया से बातचीत में जोशी ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं को सताए जाने के मुद्दे पर सम्मेलन के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव में मांग की गई है, ‘आरएसएस चाहता है कि सरकार पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे, राष्ट्रीय शरणार्थी राहत एवं पुनर्वास नीति का मसौदा तैयार करे जिसमें दोनों देशों के सभी हिंदू शरणार्थियों के लिए मर्यादित जीवन दशा का आश्वासन दे और दोनों देशों के विस्थापित हिंदुओं के लिए मुआवजा सुनिश्चित करे।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 17, 2013, 21:12