‘1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल लोगों को दंड देना सुनिश्चित किया जाए’

‘1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल लोगों को दंड देना सुनिश्चित किया जाए’

नई दिल्ली : सिख विरोधी दंगों की 28वीं बरसी से पहले प्रबुद्ध नागरिकों के एक समूह ने उच्चतम न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से इन मामलों की फिर से जांच कराने और इसमें शामिल लोगों को दंडित किये जाने की मांग की है।

न्यायमूर्ति वी आर कृष्णा अय्यर, फली एस नरिमन, न्यायमूर्ति अजित सिंह बैंस, न्यायमूर्ति रजेंद्र सिंह सच्चर, वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर, वकील शांति भूषण और प्रशांत भूषण ने कहा कि त्वरित निपटारा अदालतों में सुनवाई होनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय को इन प्रक्रियाओं की निगरानी करनी चाहिए।

इन प्रबुद्ध नागरिकों ने अपने खुले पत्र में कहा, यह सुनिश्चित किया जाए कि दोषी दंडित हो, इसके लिए सभी मामलों को फिर से खोले जाने और दोबारा जांच कराये जाने की जरूरत है जिसे पुलिस ने बंद कर दिया या गलत तरीके से जांच के कारण आरोपी बरी हो गए। पत्र में यह मांग की गई है कि इन मामलों की विशेष जांच दल :एसआईटी: से फिर से जांच कराया जाना चाहिए । एसआईटी का गठन दिल्ली से बाहर के पुलिस अधिकारियों को शामिल करते हुए किया जाना चाहिए और इसकी निगरानी उच्चतम न्यायालय को करनी चाहिए। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 29, 2012, 20:53

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