Last Updated: Friday, December 16, 2011, 09:15
नई दिल्ली : राजद प्रमुख लालू प्रसाद, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और भाजपा सदस्य राम जेठमलानी सहित 25 सांसदों ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (एमपीलैड) के तहत विकास कार्यों के लिए अभी तक सिफारिश नहीं की है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री श्रीकांत जेना ने शुक्रवार को बताया कि एमपीलैड से विकास कार्यों की सिफारिश नहीं करने वाले सांसदों में तीन लोकसभा और 22 राज्यसभा के हैं। लोकसभा में इस श्रेणी के सांसदों में लालू के साथ साथ भाजपा के निशिकांत दुबे और जदएस के एच डी कुमारस्वामी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि राज्यसभा में आनंद शर्मा के अलावा भाजपा की स्मृति ईरानी, हेमामालिनी, मुख्तार अब्बास नकवी, तरूण विजय, निर्दलीय विजय माल्या, सपा के मोहन सिंह और कांग्रेस के सतीश शर्मा भी शामिल हैं। दिलचस्प है कि इस सूची में तरूण विजय का नाम भी शामिल है जिनके सवाल के लिखित जवाब में ही मंत्री ने यह जानकारी राज्यसभा को दी है।
मंत्री से पूछा गया था कि ऐसे कितने संसद सदस्य है जिनकी एमपीलैड के वाषिर्क निधि उनकी सदस्यता की अवधि पूरी होने के दौरान अनप्रयुक्त पड़ी रही। एमपीलैड के तहत विकास कार्यों की सिफारिश नहीं करने वाले राज्यसभा सदस्यों में जदयू के रामचन्द्र प्रसाद सिंह, भाजपा के दिलीपभाई शशांक पांड्या, मेघराज जैन, कांग्रेस के हुसैन उमर दलवी, नरेन्द्र बुडानिया, बीजद के शांतिभूषण बेहरा और बी परीदा, शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर, द्रमुक के टी एम सेल्वागणपति, बसपा के जुगल किशोर, नरेन्द्र कुमार कश्यप, सलीम अंसारी और प्रमोद कुरील शामिल हैं।
जेना ने बताया कि जिला अधिकारियों से प्राप्त सूचना के अनुसार 15वीं लोकसभा के तीन सदस्यों तथा राज्यसभा के 22 मौजूदा सदस्यों के लिए एमपीलैड योजना के तहत विकास कार्यों’ हेतु निधियों का उपयोग करने की स्वीकृति जारी नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय में समय समय पर मिलने वाली आम शिकायतों में जिला अधिकारियों द्वारा एमपीलैड कार्यों’ के कार्यान्वयन में विलंब, निधियों का दुरूपयोग, अपात्र कायो’ का किया जाना, जाली सिफारिश पत्र, अधूरे कार्य और संपत्तियों का ठीक ढंग से उपयोग न करने के मुद्दे शामिल होते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 16, 2011, 14:48