Last Updated: Thursday, May 31, 2012, 14:53
नई दिल्ली : सेनाध्यक्ष के रूप में अपने विवादित कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त होने वाले जनरल वीके सिंह ने आज कहा कि 26 महीने के उनके कार्यकाल के दौरान सेना की आंतरिक स्थिति बेहतर हुई है।
62 वर्षीय जनरल सिंह ने यहां अपने विदाई गार्ड आफ ऑनर के बाद कहा कि वह उस घटना को लेकर चिंतित थे जिसमें एक मेजर ने एक फर्जी मुठभेड़ की शिकायत की थी और लेफ्टिनेंट दलबीर सिंह सुहाग के नेतृत्व वाली तीसरी कोर की ओर से कोई जांच नहीं कराई गई। उन्होंने 11.29 लाख सैन्य बलों के आंतरिक ताकत के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘सेना की आंतरिक स्थिति बेहतर हुई है और मुझे इस बात का पक्का विश्वास है कि ऐसा भविष्य में जारी रहेगा। मैंने कार्यभार ग्रहण करने से पहले जो कहा था उसे लागू किया गया और जो मैंने हमेशा कहा है कि सेना अपने ‘नाम, नमक और निशान’ पर कार्य करती है।’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनका यह मानना है कि उनके कार्यकाल के दौरान कई विवाद रहे, जनरल सिंह ने कहा, ‘कोई विवाद नहीं है। यदि हम कुछ चीजों की ओर बहुत ध्यान देते हैं तो वह विवादास्पद बन जाती हैं।’ 26 महीने के कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम जो हासिल करने में सफल रहे हैं वह है सेना की मानसिकता में परिवर्तन। हम बदलाव के रास्ते पर चल चुके हैं जिसमें सेना को तैयार करना, प्रासंगिक, चुस्त तथा और अधिक प्रभावी बनाना शामिल है।’ उन्होंने कहा, हम यह सुनिश्चित करने में सफल रहे हैं कि सेना को जो खोखलापन प्रभावित कर रहा था उसे बहुत ही ठोस तरीके से संबोधित किया जाए और हमें रक्षा मंत्री का समर्थन हासिल था। उन्होंने कहा, ‘हमने काफी अच्छे लक्ष्य हासिल किए।’
First Published: Thursday, May 31, 2012, 14:53