Last Updated: Saturday, November 26, 2011, 05:38
नई दिल्ली : मुंबई में 26 नवम्बर 2008 को हुए आतंकी हमलों की तीसरी बरसी पर भारत ने शनिवार को पाकिस्तान को याद दिलाया कि वह अब भी इस गुनाह के षड्यंत्रकारियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का इंतजार कर रहा है। इसने कहा कि अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वालों पर मुकदमे के लिए इसके द्वारा उपलब्ध कराए साक्ष्य पर्याप्त हैं ।
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने यह भी कहा कि राज्य की नीति के साधन के रूप में आतंकवाद के इस्तेमाल के लिए आज की दुनिया में कोई जगह नहीं है और यह आत्म विनाशक है ।
कृष्णा ने कहा ‘मेरा मानना है कि इस साजिश में शामिल लोगों और इस अपराध के षड्यंत्रकारियों पर मुकदमा चलाने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत किसी भी सामान्य असैन्य अदालत के लिए पर्याप्त होंगे ।’
उन्होंने कहा ‘मैं एक बार फिर अपने पड़ोसी का आह्वान करता हूं कि वह गुनाह के साजिशकर्ताओं को त्वरित गति से न्याय के कठघरे में लाए ।’
यह उल्लेख करते हुए कि लक्ष्य हासिल करने के लिए आतंकवाद को किसी भी तरह जायज नहीं ठहराया जा सकता कृष्णा ने कहा कि इस बुराई के खिलाफ लड़ाई भेदभावपूर्ण नहीं हो सकती ।
उन्होंने कहा ‘आतंकवाद की बुराई से समग्र रूप से लड़ा जाना चाहिए और इसके सभी स्वरूपों तथा प्रभावों को उखाड़ फेंकना होगा ।’
कृष्णा ने कहा ‘यह अहसास होना चाहिए कि राज्य की नीति के साधन के रूप में आतंकवाद के इस्तेमाल की आज की दुनिया में कोई जगह नहीं है और यह आत्म विनाशक है ।’
उन्होंने कहा कि मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए और आतंकवाद तथा हिंसामुक्त वातावरण में होना चाहिए ।
मुम्बई हमलों की जांच से संबंधित महत्वपूर्ण व्यक्तियों से बातचीत के लिए पाकिस्तान न्यायिक आयोग के भारत दौरे के बारे में पूछे जाने पर कृष्णा ने कहा कि दोनों देश संबंधित तौर तरीकों पर काम कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा ‘इस पर सैद्धांतिक रूप से सहमति बन चुकी है । अब तारीखों का इंतजार है ।’
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत क्षेत्र की तरक्की और संपन्नता के लिए अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण मित्रवत और सहयोगात्मक संबंध रखने के लिए प्रतिबद्ध है ।
कृष्णा ने कहा ‘हम बेहतर भविष्य निर्माण और अपने लोगों के लिए इस प्रयास में अपने पड़ोसियों का आह्वान करते हैं कि वे हमारे साथ मिलकर काम करें ।’ उन्होंने मुम्बई हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी ।
विदेश मंत्री ने कहा ‘तीन साल पहले आज के दिन सीमा पार से प्रेरित और अंजाम दी गई आतंकवाद की अमानवीय कार्रवाई में मारे गए निर्दोष स्त्री पुरुषों और बच्चों को श्रद्धांजलि देने में मैं देशवासियों के साथ हूं ।’
कृष्णा ने कहा ‘हम हिंसा के नृशंस कृत्य में अपने प्रियजनों को खो देने वाले परिवारों के साहस और हौसले को भी सलाम करते हैं ।’
उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका डेविड कालेमैन हेडली से संबंधित आगे की जांच में भारत का सहयोग जारी रखेगा जिस पर 26/11 हमलों के सिलसिले में शिकागो की एक अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा है ।
इस सवाल के जवाब में कि हेडली के बारे में ब्यौरा साझा करने में अमेरिका आगे नहीं आ रहा है कृष्णा ने कहा ‘मुझे यकीन है कि अमेरिका हमारा मित्र देश होने के नाते इस पहलू पर मित्रवत बना रहेगा ।’
कृष्णा ने कहा कि किसी को भी यह नहीं भूलना चाहिए कि भारतीय जांचकर्ताओं को हेडली तक पहुंच बनाने और उससे पूछताछ करने की अनुमति मिली थी ।
मुम्बई हमलों के 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों में से जीवित पकड़े गए एकमात्र आतंकी आमिर अजमल कसाब को कम से कम 59 लोगों को मारने का दोषी ठहराया गया है ।
उस पर हत्या भारत देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और अन्य अपराधों के आरोप लगाए गए हैं और विशेष अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई थी ।
कसाब की सजा के खिलाफ बम्बई हाईकोर्ट में अपील दायर की गई थी लेकिन इसने फरवरी में सजा को बहाल रखा । अब मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है ।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 27, 2011, 09:17